India-Afghan: अफगानिस्तान का पेट पाल रहा भारत, UN ने शुक्रिया अदा किया
अफगानिस्तान स्थित वर्ल्ड फूड प्रोगाम ने ट्वीट करते हुए भारत को धन्यवाद दिया और एक वीडियो जारी करते हुए वर्ल्ड फूड प्रोगाम ने लिखा की इस साल पहली छमाही में अफगानिस्तान में 16 मिलियन लोगों को वर्ल्ड फूड प्रोगाम से जीवन रक्षक भोजन प्राप्त हुआ।
अगर भारत न होता तो अफगानी कंधों पर लोगों का पेट पालने वाला ये अनाज न होता। भारत ने अपना बड़ा दिल इंसानियत के लिए नहीं दिखाया होता तो अफगानिस्तान में लोगों को 2 जून तो क्या 1 जून की भी रोटी नसीब नहीं होती। भारत ऐसा तब से लगातार कर रहा है जब से अफगानिस्तान पर खाने का संकट आया। अब फिर एक बार भारत के सहयोग से अफगानिस्तान में गेहूं की एक खेप पहुंची। अफगानिस्तान स्थित वर्ल्ड फूड प्रोगाम ने ट्वीट करते हुए भारत को धन्यवाद दिया और एक वीडियो जारी करते हुए वर्ल्ड फूड प्रोगाम ने लिखा की इस साल पहली छमाही में अफगानिस्तान में 16 मिलियन लोगों को वर्ल्ड फूड प्रोगाम से जीवन रक्षक भोजन प्राप्त हुआ।
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हम भारत जैसे उदार दानदाताओं के आभारी हैं जिन्होंने ऐसा संभव बनाया। अफगानिस्तान में तालिबान राज और देश पूरी तरह से अवस्थित हो गया था। देश की आर्थिकी ऐसे बर्बाद हुई कि लोग एक एक दाने के लिए तरस रहे थे। जब दुनिया ने अफगानिस्तान से दूरी बनाई तब भारत ने अफगानिस्तान की भूखी जनता के लिए गेंहू भेजना शुरू कर दिया। भारत अफगान लोगों के लिए चिकित्सा और खाद्य सहायता सहित बाकी मानवीय सहायता की पूर्ति कर रहा है।
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वहीं अगर तालिबान की बात करें तो उसने कई बार मदद के लिए खुलकर शुक्रिया अदा किया है। इससे पिछली बार मदद की बात करें तो तालिबानी प्रवक्ता सोहैल शाइन ने कहा था कि हम चाबहार पोर्ट के माध्यम से से अफगान लोगों के लिए 20 हजार मीट्रिक टन गेहूं की डिलीवरी की बहुत सराहना करते हैं..... इस तरह के मानवीय कदम से दोनों देशों में विश्वास बढ़ता है।
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