Pakistan में चुनाव खत्म, गृह युद्ध शुरू, फिर पैदा हो रहे 1970 वाले हालात?
कहा जा रहा है कि क्या पाकिस्तान में नतीजे आने के बाद गृह युद्ध शुरू हो जाएगा। क्या पाकिस्तान में वैसी ही हिंसा की आग देखने को मिलेगी जैसी 9 मई 2023 को इमरान की गिरफ्तारी के बाद रावलपिंडी से इस्लामाबाद तक देखने को मिली थी।
पाकिस्तान ने 8 फरवरी को अपनी नई सरकार चुनने के लिए मतदान किया। मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक बिना किसी रुकावट के जारी रहा। 12 करोड़ से अधिक मतदाताओं को वोट डालने में सक्षम बनाने के लिए देशव्यापी सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया था। मतदान समाप्त होने के बाद वोटों की गिनती शुरू हुई और अनिवार्य एक घंटे का प्रतिबंध समाप्त होने के बाद मतदान केंद्रों से नतीजों का इंतजार सभी राजनीतिक पार्टियों को है।रुझान आने शुरू होते ही इमरान खान की पार्टी पीटीआई समर्थित उम्मीदवारों ने जीत का दावा किया है। उन्होंने मतदान केंद्रों में धांधली और जानबूझकर नतीजों को रोकने का भी आरोप लगाया है। इसके साथ ही कहा जा रहा है कि क्या पाकिस्तान में नतीजे आने के बाद गृह युद्ध शुरू हो जाएगा। क्या पाकिस्तान में वैसी ही हिंसा की आग देखने को मिलेगी जैसी 9 मई 2023 को इमरान की गिरफ्तारी के बाद रावलपिंडी से इस्लामाबाद तक देखने को मिली थी। जो धमाके पाकिस्तान में चुनाव से पहले हुए। उसकी तादाद चुनाव परिणाम आने के बाद बढ़ने वाली है। दुनिया की बड़ी एजेंसियों ने पाकिस्तान में चुनाव के बाद बड़ी उथल-पुथल की चेतावनी दी है।
इसे भी पढ़ें: Pakistan Election Result: 10 घंटे की देरी से चुनाव परिणामों की घोषणा, इमरान समर्थित उम्मीदवारों ने तीन सीट जीतीं
कहने के लिए पाकिस्तान में चुनाव 8 फरवरी को करवाया गया और 9 फरवरी को नतीजे जारी कर दिए जाएंगे। लेकिन सच्चाई ये है कि पाकिस्तान की नई सरकार का चुनाव तो जनरल मुनीर बहुत पहले कर चुके हैं। ये बात पाकिस्तान के साथ साथ दुनिया के तमाम मुल्कों को मालूम है। इसलिएचुनावी धांधली को लेकर चेतावनी भी दी गयी कि ऐसी सूरत में मुल्क में गृह युद्ध जैसी स्थिति बन सकती है।
सेना की तैनाती पर सफाई
इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने कहा है कि मतदान केंद्रों के बाहर तैनात सैनिक मतगणना प्रक्रिया के समापन तक सुरक्षा प्रदान करने के लिए हैं और उनका चुनाव प्रक्रिया से कोई लेना-देना नहीं है। एक प्रेस विज्ञप्ति में आईएसपीआर ने कहा कि केवल चुनाव कर्मचारी ही मतदान कार्यालयों के अंदर मतगणना प्रक्रिया जारी रख रहे हैं। इसमें कहा गया है कि जनता से प्रक्रिया पूरी होने तक सशस्त्र बलों के साथ पूर्ण सहयोग की उम्मीद की जाती है।
अन्य न्यूज़