बांग्लादेश में वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर कपड़ा श्रमिकों का प्रदर्शन

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गाजीपुर जिले में हजारों प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया जिनमें से कुछ श्रमिकों ने दुकानों पर पत्थरबाजी की। ढाका के मीरपुर इलाके में मौके पर मौजूद एसोसिएटेड प्रेस की टीम ने सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को बेहतर वेतन की मांग के साथ नारेबाजी करते देखा।

बांग्लादेश में वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर कपड़ा कारखानों के हजारों श्रमिकों ने मंगलवार को राजधानी ढाका और औद्योगिक जिले गाजीपुर की सड़कों पर प्रदर्शन किया। बांग्लादेश गारमेंट मैन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (बीजीएमईए) के अनुसार, देश में लगभग 3,500 कपड़ा कारखाने हैं और वह चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कपड़ा उत्पादक है।

देश में लगभग इस उद्योग से जुड़े 40 लाख श्रमिक हैं जिनमें अधिकतर महिलाएं हैं।। श्रमिक संघों के अनुसार, कपड़ा श्रमिकों को मासिक न्यूनतम वेतन के रूप में 8,300 टका यानी 75 डॉलर मिलते हैं। उन्हें गुजर-बसर करने के लिए अकसर अधिक काम (ओवरटाइम) करना पड़ता है।

श्रमिकों ने मासिक न्यूनतम वेतन 208 डॉलर करने की मांग की थी जिस पर बीजीएमआईए ने इसे 25 प्रतिशत बढ़ाकर 90 अमेरिकी डॉलर तक करने की पेशकश की थी। इसके बाद से सप्ताहांत में श्रमिकों का प्रदर्शन शुरू हो गया।

गाजीपुर जिले में हजारों प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया जिनमें से कुछ श्रमिकों ने दुकानों पर पत्थरबाजी की। ढाका के मीरपुर इलाके में मौके पर मौजूद एसोसिएटेड प्रेस की टीम ने सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को बेहतर वेतन की मांग के साथ नारेबाजी करते देखा।

कुछ प्रदर्शनकारियों को गाड़ियों में तोड़फोड़ करते देखा गया। स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, गाजीपुर में सोमवार को पुलिस के साथ झड़प में दो श्रमिकों की मौत हो गई। प्रदर्शनकारियों ने सड़कें अवरुद्ध कर दीं और कई कारखानों को आग लगा दी तथा तोड़फोड़ की। बीजीएमईए ने प्रदर्शनकारियों से हिंसा न करने और कारखानों को नुकसान न पहुंचाने का आह्वान किया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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