China की कंपनी को नोट छापने का ठेका, मैप में 3 भारतीय इलाके, नेपाल ने फिर कर दिया बड़ा कांड

China
ANI
अभिनय आकाश । Oct 31 2024 5:24PM

नोट में बने नक्शे में भारत के लिपुलेख, लिपियाधुरा, कालापानी क्षेत्र को नेपाल का हिस्सा दर्शाया गया है। हैरानी की बात ये है कि नेपाल ने 100 रुपए वाले मूल्यों के नोटों की छपाई का काम चीन की कंपनी चाइना बैंक नोट प्रिटिंग एंड मीटिंग कॉरपोरेशन को सौंपा है।

नेपाल अपने 100 रुपए के नोट पर अवैध नक्शा छाप रहा है, जिसमें भारत के तीन इलाकों को वो अपना कह रहा है। माना जा रहा है कि 100 रुपए के नोट पर नेपाल की नक्शेबाजी असल में चाइनीज प्लानिंग का हिस्सा है। इस नोट में बने नक्शे में भारत के लिपुलेख, लिपियाधुरा, कालापानी क्षेत्र को नेपाल का हिस्सा दर्शाया गया है। हैरानी की बात ये है कि नेपाल ने 100 रुपए वाले मूल्यों के नोटों की छपाई का काम चीन की कंपनी चाइना बैंक नोट प्रिटिंग एंड मीटिंग कॉरपोरेशन को सौंपा है। यानी नोट वाली इस साजिश का ब्लू प्रिंट भले ही नेपाल से रिलीज किया गया है लेकिन इसकी स्क्रिप्ट बीजिंग में लिखी गई है। माना जा रहा है कि चीन के इशारे पर ही नेपाल ने नक्शा 100 रुपए के नोट पर छापा है। जिसमें लिपुलेख समेत भारत के तीन इलाके अपने दिखाए गए हैं। लेकिन नेपाल ये भूल गया है कि लिख देने से या विस्तारवादी नोट छाप देने से भारत का कोई इलाका उसका नहीं हो जाएगा। 

इसे भी पढ़ें: नेपाल : ऑनलाइन धोखाधड़ी के आरोप में भारतीय नागरिक गिरफ्तार

भारत ने पहले भी नेपाल की नक्शेबाजी पर अपना विरोध जताया था। इस बार भी नेपाल को नक्शेबाजी महंगी पड़ सकती है। नेपाल के मंत्रिमंडल ने 100 रुपये के नोट के डिजाइन में बदलाव को मंजूरी दे दी है। इसमें रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण तीन क्षेत्रों लिंपियाधुरा, लिपुलेख और कालापानी को नेपाल का हिस्सा बताया गया है। नए राजनीतिक मानचित्र को 18 जून, 2020 को नेपाली संविधान में संशोधन कर मंजूरी दी गई थी जिसमें लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा को देश के हिस्से के तौर पर दिखाया गया है।

इसे भी पढ़ें: India-Nepal: 100 दिन पूरे कर रही ओली सरकार, चीन की यात्रा करने वाले हैं नेपाली पीएम

खबर के मुताबिक केंद्रीय बैंक ने कंपनी से 100-100 रुपये के 30 करोड़ नोट की डिजाइनिंग, मुद्रण, आपूर्ति और वितरण का अनुरोध किया है, जिसकी अनुमानित मुद्रण लागत लगभग 89.9 लाख अमेरिकी डॉलर है। नेपाल राष्ट्र बैंक के प्रवक्ता से हालांकि इस संबंध में प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़