भारत-पाक के तनाव के बीच इस्लामाबाद के दौरे पर चीन के विदेश उप-मंत्री
उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘चीन इस क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता को बढ़ावा देता रहा है। हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान और भारत दोस्ताना संबंध बनाए रखेंगे।’’
बीजिंग। चीन ने बुधवार को ऐलान किया कि पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव पर चर्चा करने के लिए उसके विदेश उप-मंत्री कोंग शुआनयू इस्लामाबाद में हैं। चीन ने ऐसा माहौल बनाने की जरूरत बताई जिसमें पाकिस्तान अन्य पक्षों के साथ सहयोग कर सके। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा कि विदेश उप-मंत्री कोंग की इस्लामाबाद यात्रा का मकसद भारत और पाकिस्तान दोनों से जुड़े हालात को लेकर पाकिस्तान से संपर्क करना है। उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘चीन इस क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता को बढ़ावा देता रहा है। हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान और भारत दोस्ताना संबंध बनाए रखेंगे।’’
इसे भी पढ़ें: व्यापार समझौते की समीक्षा के लिए नेपाल और भारत के बीच बैठक
H.E Mr Kong Xuanyou, Vice Foreign Minister of China called on COAS. Matters of mutual interest, regional security, bilateral cooperation and current situation between Pakistan and India discussed. Visiting dignitary appreciated Pakistan’s efforts for regional peace and stability. pic.twitter.com/rFnKJX2WnI
— Maj Gen Asif Ghafoor (@OfficialDGISPR) March 6, 2019
बीते 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए फिदायीं हमले में इस अर्धसैनिक बल के 40 जवानों के शहीद होने के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव काफी बढ़ गया है। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। बढ़ते आक्रोश के बीच भारतीय वायुसेना ने बीते 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश के एक आतंकी ठिकाने पर हवाई हमला किया। इसके अगले ही दिन पाकिस्तान वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई की और हवाई हमले में भारत के एक मिग-21 विमान को गिरा दिया एवं भारतीय पायलट अभिनंदन वर्धमान को हिरासत में ले लिया।
इसे भी पढ़ें: व्यापार समझौते की समीक्षा के लिए नेपाल और भारत के बीच बैठक
पाकिस्तान ने बीते शुक्रवार को अभिनंदन को भारत को सौंपा। चीन ने भारत और पाकिस्तान से बार-बार अपील की है कि वे संयम बरतें। उसने भारत से कहा है कि वह अंतरराष्ट्रीय सहयोग के जरिए आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़े। लू ने कहा, ‘‘मैं उम्मीद करता हूं कि दोनों पक्ष थोड़ी सद्भावना दिखा सकते हैं, थोड़ा-थोड़ा चलकर दोनों एक-दूसरे को गले लगा सकते हैं, वार्ता के जरिए अपने मतभेद उचित तरीके से सुलझा सकते हैं। चीन उनके बीच वार्ता को बढ़ावा देने के लिए रचनात्मक भूमिका निभाएगा।’’
अन्य न्यूज़