अमेरिका: सिख परिवार की हत्या का आरोपी 17 साल पहले भी जा चुका है जेल
कैलिफोर्निया में आठ महीने की बच्ची समेत भारतीय मूल के एक सिख परिवार के अपहरण और हत्या में शामिल व्यक्ति पहले भी जेल जा चुका है। सत्रह साल पहले यह व्यक्ति जिस परिवार के लिए काम करता था, उसे इसने बंदूक दिखाकर बंधक बना लिया था और फिर उसके साथ लूटपाट की थी।
सैन फ्रांसिस्को। कैलिफोर्निया में आठ महीने की बच्ची समेत भारतीय मूल के एक सिख परिवार के अपहरण और हत्या में शामिल व्यक्ति पहले भी जेल जा चुका है। सत्रह साल पहले यह व्यक्ति जिस परिवार के लिए काम करता था, उसे इसने बंदूक दिखाकर बंधक बना लिया था और फिर उसके साथ लूटपाट की थी। साथ ही परिवार को धमकी भी दी थी। कैलिफोर्निया के सुधार एवं पुनर्वास विभाग के अनुसार चार सदस्यों वाले सिख परिवार के अपहरण और हत्या के आरोप में बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किए गए जीसस सालगाडो को 2007 में एक मामले में 11 साल जेल की सजा सुनाई गई थी।
इसे भी पढ़ें: मुलायम सिंह यादव के जीवन से जुड़ी घटनाओं और प्रमुख उपलब्धियों का विवरण
बाद में उसे रिहा कर दिया गया था। सालगाडो ने जिस परिवार का अपहरण किया, उसमें आठ महीने की बच्ची आरोही ढेरी, उसकी 27 वर्षीय मां जसलीन कौर, 36 वर्षीय पिता जसदीप सिंह, और 39 वर्षीय चाचा अमनदीप सिंह शामिल थे। विभाग ने कहा कि उस पर प्रतिबंधित पदार्थ रखने का भी आरोप है। लगभग दो दशक पहले सालगाडो, ट्रक कंपनी के मालिक एक परिवार के लिए काम करता था, लेकिन 2004 में उसे काम पर से हटा दिया गया था क्योंकि परिवार को उस पर पैसे चोरी करने का संदेह था। परिवार के सदस्यों ने ‘लॉस एंजेलिस’ टाइम्स को यह जानकारी दी। परिवार की सदस्य कैथी और उनकी बेटी कैटरीना ने जब पहली बार सालगाडो की सीसीटीवी तस्वीरें देखीं, तो पहली नजर में वे उसे नहीं पहचान सकीं।
इसे भी पढ़ें: वेनेजुएला में भारी बारिश के कारण भूस्खलन, 22 लोगों की मौत कई अन्य घायल
सालगाडो अब 48 साल का हो चुका है, उसकी उम्र काफी हो गई है, लिहाजा कैथी और कैटरीना को यकीन नहीं हुआ कि उसी ने 17 साल पहले उन्हें बंदूक दिखाकर लूटपाट की थी। उन्होंने पाया कि दोनों अपराधों के तरीके में बहुत समानता है। इनमें परिवार के घर में बंदूक दिखाकर उन्हें भयभीत करना और फिर जान से मारने की धमकी देकर अपने आदेशों का पालन करने के लिए मजबूर करना शामिल है। घटना के समय 16 साल की रहीं कैटरीना ने याद करते हुए बताया कि 19 दिसंबर 2005 को वह नकाब पहनकर घर में घुसा और पिता की कनपटी पर पिस्तौल तान दी। इसके बाद उसने उनके हाथ टेप से बांध दिए।
कैथी और कैटरीना ने बताया कि सालगाडो ने परिवार और कैटरीना से मिलने आई उसकी दोस्त को घेर लिया और फिर उन्हें गैरेज में ले गया, जहां परिवार ने नकदी और आभूषण रखे हुए थे। लूटपाट करने के बाद सालगाडो परिवार को मकान के पिछले हिस्से में बने पूल में ले गया और फिर उनसे पूल में कूदने के लिए कहा। परिवार के पूल में कूदने के बाद वह वहां से भाग गया। परिवार ने पुलिस को शिकायत दी, जिसके कुछ दिन बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
अन्य न्यूज़