चीन में कोरोना वायरस के कहर से 25 लोगों की मौत और 800 से ज्यादा लोग संक्रमित
चीन में कोरोनावायरस विषाणु के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है और इससे 830 लोगों के पीड़ित होने की पुष्टि हुई है।चीनी अधिकारियों ने बृहस्पतिवार शाम हुबेई प्रांत में पांच शहरों - हुगांग, एझाओ, झिजियांग, क्विनजिआंग और वुहान में सार्वजनिक परिवहन को रोकने की घोषणा की।
बीजिंग। चीन में कोरोनावायरस विषाणु के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है और इससे 830 लोगों के पीड़ित होने की पुष्टि हुई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि इस विषाणु के कारण 25 लोगों की मौत हुई है जिनमें से 24 की मौत मध्य चीन के हुबेई प्रांत में और एक की मौत उत्तरी चीन के हेबेई में हुई हे। उसने बताया कि गुरुवार तक कोरोनावायरस के कारण निमोनिया से पीड़ित होने के 830 मामलों की पुष्टि हुई है।
#BREAKING China virus toll jumps to 25 dead with 830 total cases, says government pic.twitter.com/kghIHDJl0y
— AFP news agency (@AFP) January 24, 2020
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आयोग ने बताया कि देश के 20 प्रांतीय स्तर के क्षेत्रों में कुल 1072 संदिग्ध मामले सामने आए हैं। चीन ने कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए अभूतपूर्व कदम उठाते हुए बृहस्पतिवार को वुहान सहित पांच शहरों को सील कर दिया था। चीनी नववर्ष के पहले सड़कों पर भीड़भाड़ बढ़ने के मद्देनजर गाड़ियों, ट्रेनों और विमानों समेत आवागमन के विभिन्न माध्यमों को रोक दिया गया है। इन शहरों में तकरीबन दो करोड़ लोग रहते हैं।
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चीनी अधिकारियों ने बृहस्पतिवार शाम हुबेई प्रांत में पांच शहरों - हुगांग, एझाओ, झिजियांग, क्विनजिआंग और वुहान में सार्वजनिक परिवहन को रोकने की घोषणा की। इस विषाणु से मरने वालों की औसत उम्र 73 साल है। मृतकों में सबसे उम्रदराज शख्स 89 साल का था जबकि सबसे कम उम्र के लिहाज से 48 साल के व्यक्ति की मौत हुयी। भारतीय दूतावास ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि चीनी अधिकारियों ने प्रांत में रह रहे भारतीयों को खाद्य आपूर्ति सहित सभी सहयोग का आश्वासन दिया है। भारत के लिहाज से भी चिंता की वजह है क्योंकि करीब 700 भारतीय छात्र वुहान और आसपास के इलाके में रहते हैं। इन छात्रों में ज्यादातर चीनी विश्वविद्यालयों में चिकित्सा की पढ़ाई करते हैं।
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