Organs Affected by Dengue: डेंगू होने पर शरीर में दिखते हैं ऐसे लक्षण, जानिए बचाव के तरीके

Organs Affected by Dengue
Creative Commons licenses/Flickr

डेंगू के लक्षणों में सिरदर्द, थकान, मांसपेशियों में दर्द, तेज बुखार और त्वचा पर चकत्ते आदि के लक्षण नजर आते हैं। डेंगू की शुरूआत में त्वचा प्रभावित होने लगती है। वहीं डेंगू के लक्षण लिवर, रक्त प्रणाली और स्किन पर दिखते हैं।

 डेंगू का बुखार एक ऐसी बीमारी है, जो मच्छरों के काटने से होता है। यह बीमारी एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। इस बुखार को हड्डी तोड़ बुखार भी कहते हैं। एडीज मच्छर के काटने के 1-2 सप्ताह के अंदर ही इसके लक्षणों का पता लगाया जा सकता है। डेंगू के लक्षणों में सिरदर्द, थकान, मांसपेशियों में दर्द, तेज बुखार और त्वचा पर चकत्ते आदि के लक्षण नजर आते हैं।

डेंगू की शुरूआत में त्वचा प्रभावित होने लगती है। वहीं डेंगू के लक्षण लिवर, रक्त प्रणाली और स्किन पर दिखते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि डेंगू से शरीर का कौन-सा अंग प्रभावित होता है।

इसे भी पढ़ें: Pregnancy Food: प्रेग्नेंसी के फर्स्ट ट्राइमेस्टर में न करें इन चीजों का सेवन, बच्चे की सेहत पर पड़ सकता है बुरा असर

डेंगू से प्रभावित होने वाले अंग

त्वचा

डेंगू होने पर स्किन सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकती है। क्योंकि ऐसा होने पर आपकी स्किन पर लाल चकत्ते नजर आने लगते हैं। लाल चकत्ते या रैशेज होना डेंगू के आम लक्षण हैं। ऐसे में आपको खुजली और जलन की समस्या हो सकती है। ऐसे में इस लक्षण को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

रक्त प्रणाली

डेंगू होने पर रक्त प्रणाली भी प्रभावित हो सकती है। क्योंकि डेंगू का बुखार आने पर प्लेटलेट्स बहुत तेजी से गिरने लगती हैं। जिससे हैमरेजिक फीवर का खतरा बढ़ जाता है। वहीं प्लेटलेट्स की कमी के कारण रक्तस्त्राव भी हो सकता है। इसलिए डेंगू होने पर अपनी डाइट में नारियल तेल और कीवी जरूर शामिल करें। इससे प्लेटलेट्स बढ़ती हैं।

लिवर

डेंगू आपके लिवर को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। कुछ मामलों में डेंगू के कारण लिवर पर भी असर पड़ सकता है। इसस लिवर की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है।

डेंगू से बचाव के उपाय

डेंगू से बचाव के लिए खुद को मच्छरों से बचाना जरूरी होता है।

मच्छरों से बचाव के लिए फुल स्लीव्स के कपड़े पहनने चाहिए।

घर के दरवाओं और खिड़कियों पर जाली लगाएं। जिससे मच्छर अंदर न आ सकें।

सोने के दौरान मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।

इसके अलावा अपनी डाइट का खास ख्याल रखें और डाइट में विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ जरूर शामिल करें।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़