सिर्फ पथरी ही नहीं, इन कारणों से भी हो सकता है गॉल ब्लैडर में पेन, जानें लक्षण और इलाज

gall bladder pain

पित्ताशय की थैली पित्त को छोटी आंत में पहुंचाती है। यह वसा में घुलनशील विटामिन और पोषक तत्वों को रक्त प्रवाह में आसानी से अवशोषित करने में मदद करती है। कभी-कभी बहुत से लोगों को पित्ताशय की थैली में दर्द होता है। अधिकतर लोग पित्ताशय की पथरी को इसका कारण मानते हैं।लेकिन इसके कई अन्य कारण भी हो सकते हैं

गॉल ब्लैडर या पित्ताशय की थैली एक ५ इंच, नाशपाती के आकार का अंग है को पेट के ऊपरी दाएं भाग में, लिवर के नीचे स्थित होता है। गॉल ब्लैडर में लिवर द्वारा उत्पादित अतिरिक्त पित्त स्टोर होता है। पित्त आंत में भोजन से वसा को तोड़ने में मदद करता है। पित्ताशय की थैली पित्त को छोटी आंत में पहुंचाती है। यह वसा में घुलनशील विटामिन और पोषक तत्वों को रक्त प्रवाह में आसानी से अवशोषित करने में मदद करती है। कभी-कभी बहुत से लोगों को पित्ताशय की थैली में दर्द होता है। अधिकतर लोग पित्ताशय की पथरी को इसका कारण मानते हैं। लेकिन इसके कई अन्य कारण भी हो सकते हैं -

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गॉलब्लैडर पेन के लक्षण 

बार-बार दर्द

यह दर्द आमतौर पर पेट के मध्य से ऊपरी-दाएं भाग में होता है।

उल्टी या मतली  

पुरानी पित्ताशय की थैली की बीमारी से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे एसिड रिफ्लक्स और गैस।

बुखार या ठंड लगना

यह संक्रमण का संकेत हो सकता है और इसका तुरंत इलाज किया जाना चाहिए।

पीलिया

पित्त नली में पथरी के परिणामस्वरुप त्वचा पीली पड़ सकती है

मल में असामान्यता

पित्त नली में रुकावट के कारण अक्सर हल्के रंग का मल हो सकता

गहरा पेशाब

गॉलब्लैडर में ब्लॉकेज या गॉलब्लैडर से पथरी के खिसकने के कारण गहरे रंग का मूत्र निकलता है

गॉलब्लैडर पेन के कारण 

कोलेसिस्टिटिस के दो प्रकार हैं - एक्यूट कोलेसिस्टिटिस और एक्युलकुलस कोलेसिस्टिटिस। एक्यूट कोलेसिस्टिटिस तब होता है जब पित्ताशय की थैली में पथरी फंस जाती है। जबकि, एक्युलकुलस कोलेसिस्टिटिस पित्त नली का एक प्रकार का जीवाणु संक्रमण है।

कोलेडोकोलिथियस

पित्त नलियों में पथरी की उपस्थिति को 'कोलेडोकोलिथियस' के रूप में जाना जाता है। यह पित्त के प्रवाह को अवरुद्ध करता है, जिससे दबाव और दर्द को बढ़ाता है।

पित्त कीचड़

पित्त कीचड़ पित्ताशय की थैली में कोलेस्ट्रॉल मोनोहाइड्रेट, कैल्शियम बिलीरुबिन और अन्य लवणों का एक संयोजन है। इन पदार्थों के जमा होने से पित्ताशय की थैली में दर्द हो सकता है।

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गॉल ब्लैडर की पथरी के कारण दर्द का इलाज

डॉक्टर आपके पेट में दर्द का पता लगाने के लिए फिजिकल एग्जामिनेशन कर सकते हैं। डॉक्टर ब्लड टेस्ट करने से पहले आपकी डाइट के बारे में भी पूछ सकते हैं। ब्लड टेस्ट के परिणाम यह संकेत दे सकते हैं कि पित्ताशय की थैली, पित्त नली, अग्न्याशय (पैंक्रियाज) या लिवर में कोई संक्रमण या सूजन है या नहीं। गॉल ब्लैडर की पथरी के बारे में पता लगाने के लिए डॉक्टर आपको कुछ जांच करवाने की सलाह दे सकते हैं जैसे -

अल्ट्रासाउंड

कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी) स्कैन

मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (एमआरआई)

कोलेसिंटिग्राफी

एंडोस्कोपिक रेट्रोग्रेड कोलेजनोपचारोग्राफी (ईआरसीपी)

गॉल ब्लैडर की पथरी में डॉक्टर आपको सर्जरी की सलाह दे सकते हैं। इसके अलावा दवाइयां या थेरेपी से भी गॉल ब्लैडर की समस्याओं का इलाज किया जा सकता है।

- प्रिया मिश्रा 

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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