कोई देश साथ नहीं आया तो अब बम पटाखे फोड़कर डराने पर उतर गया है पाकिस्तान
पाकिस्तान अपनी गजनवी मिसाइल की खूबियों पर इतरा तो बहुत रहा है लेकिन भारत के पास इस रेंज की एक नहीं चार-चार मिसाइलें हैं। इनमें छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी-2, पृथ्वी-3, धनुष और छोटी दूरी की क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस शामिल हैं।
पाकिस्तान को दुनिया भर में कहीं से कोई समर्थन नहीं मिल रहा है तो अब वह भारत को धमकियाँ देने पर उतर आया है। कभी प्रधानमंत्री इमरान खान परमाणु बम का डर दिखाते हैं तो कभी उनके मंत्री अक्तूबर-नवंबर में युद्ध की संभावना जताते हैं। अपने बम-पटाखों का डर दिखा रहे पाकिस्तान ने अब सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल ‘गजनवी’ का सफल परीक्षण किया है जो 290 किलोमीटर की दूरी तक अनेक आयुध ले जाने में सक्षम है। यह परीक्षण ऐसे समय किया गया है जब जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को भारत सरकार द्वारा खत्म किए जाने के बाद नयी दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच तनाव है। पाकिस्तान ने बुधवार को कराची हवाई क्षेत्र के तीन उड़ान मार्गों को जब 31 अगस्त तक के लिए बंद कर दिया था तभी से उसके संभावित मिसाइल परीक्षण की अटकलें लगाई जा रही थीं। पाकिस्तानी सेना के मीडिया प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल के ‘रात्रि प्रशिक्षण’ परीक्षण का वीडियो टि्वटर पर साझा किया और कहा कि ‘गजनवी’ 290 किलोमीटर तक अनेक तरह के आयुध ले जाने में सक्षम है। देखा जाये तो 'गजनवी' नाम के सहारे पाकिस्तान भारत के सैन्य मनोबल पर चोट करना चाह रहा है, क्योंकि गजनवी उन आक्रांताओं में से एक है जिसने भारत पर आक्रमण किया था।
पाकिस्तान अपनी गजनवी मिसाइल की खूबियों पर इतरा तो बहुत रहा है लेकिन भारत के पास इस रेंज की एक नहीं चार-चार मिसाइलें हैं। इनमें छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी-2, पृथ्वी-3, धनुष और छोटी दूरी की क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस शामिल हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री, मंत्री और सेना युद्ध की धमकी देते रहते हैं लेकिन उन्हें यह पता होना चाहिए कि ऐसी हिमाकत उन्हें हर बार भारी पड़ी है। इस बार भी पाकिस्तान की किसी भी तरह की हिमाकत को मुँहतोड़ जवाब देने के लिए भारत की तीनों सेनाएं एकदम तैयार खड़ी हैं।
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पाकिस्तान में जब से इमरान खान प्रधानमंत्री बने हैं तब से सेना वहां कितनी हावी हो गयी है यह अमेरिकी कांग्रेस की एक रिपोर्ट से भी पता चल जाता है। रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के तौर पर इमरान खान के कार्यकाल में पाकिस्तानी सेना देश की विदेश और सुरक्षा नीतियों पर हावी रही है। द्विदलीय कांग्रेशनल रिसर्च सर्विस (सीआरएस) द्वारा अमेरिकी सांसदों के लिए तैयार रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री पद का चुनाव जीतने से पहले इमरान खान को शासन का कोई अनुभव नहीं था और विश्लेषकों का कहना है कि पाकिस्तान की सुरक्षा सेवाओं ने नवाज शरीफ को हटाने के लिए चुनाव के दौरान घरेलू राजनीति से छेड़छाड़ की। रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘‘अधिकतर विश्लेषकों को लगता है कि पाकिस्तान का सैन्य प्रतिष्ठान विदेश और सुरक्षा नीतियों पर लगातार हावी रहा है।’’
अब पाकिस्तान कह रहा है कि भारत के साथ द्विपक्षीय बातचीत नहीं हो सकती। जिस पर भारत ने भी कह दिया है कि पाकिस्तान का कश्मीर पर कोई हक नहीं है तथा कोई भी देश इस मुद्दे पर उसका समर्थन नहीं कर रहा है। भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि ‘‘पाकिस्तान का कश्मीर पर कोई अधिकार नहीं है। हालांकि, उसने गिलगिट बाल्टिस्तान समेत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर अवैध कब्जा कर रखा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं पाकिस्तान से पूछना चाहता हूं कि कश्मीर उसका कब था ? पाकिस्तान का सृजन भी भारत से अलग करके किया गया था।’’ राजनाथ सिंह ने हिंदी मुहावरे ‘बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना’ का जिक्र करते हुए इशारा किया कि पाकिस्तान का कश्मीर से कोई लेनादेना नहीं है।
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एक ओर पाकिस्तान के मंत्री लगातार रोजाना संयुक्त राष्ट्र प्रमुख और इस वैश्विक निकाय के अन्य अधिकारियों को रोजाना कोई ना कोई पत्र भारत के खिलाफ भेज रहा है तो दूसरी तरफ पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतें भी जारी रखे हुए है। पाकिस्तान ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की और मोर्टार से गोले दागे जिसका भारतीय सेनाएं मुँहतोड़ जवाब दे रही हैं। यही नहीं पाकिस्तान की ओर से समुद्र के रास्ते आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की भी खबरें हैं जिन पर संज्ञान लेते हुए गुजरात पुलिस ने कांडला और मुंद्रा बंदरगाहों और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। खुफिया एजेंसियों ने भारत में घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों के बारे में सूचनाएं भी साझा की हैं जिनकी तलाश में पुलिस की विशेष टीमें जुट गयी हैं।
गुरुवार शाम भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी पाकिस्तान के नापाक दुष्प्रचार पर प्रहार करते हुए पाकिस्तानी नेताओं के भड़काऊ बयानों की निंदा की और कहा कि वहां के हुक्मरान गैरजिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं और कश्मीर में हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने पाकिस्तानी मंत्री की ओर से संयुक्त राष्ट्र को लिखे गये खत पर टिप्पणी करने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि उस पत्र की हैसियत जिस कागज पर वह लिखा गया है उतनी भी नहीं है।
-नीरज कुमार दुबे
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