मिडिल आर्डर को कैसे दुरूस्त कर सकती है टीम इंडिया !
अब भारत का अगला मुकाबला विंडीज से है। उसके बाद टीम इंडिया को इंग्लैंड से भिड़ना है। ऐसे में विराट सेना को जल्द ही मिडिल आर्डर की गुत्थी सुलझानी होगी। विजय शंकर टीम में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते है लेकिन पाकिस्तान और अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में उनका प्रदर्शन काफी औसत रहा था।
अफगानिस्तान के खिलाफ टीम इंडिया ने जीत भले ही हासिल कर ली है। लेकिन टीम के प्रद्रशन ने कई सवाल भी खड़े कर दिए है। मैच विनर भले ही भारतीय गेंदबाज रहे हो लेकिन मिडिल आर्डर को लेकर अभी भी काफी सवाल है। अफगान टीम के खिलाफ रोहित शर्मा के फेल हो जाने पर टीम के मिडिल आर्डर पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव था। लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने निराश ही किया। भले ही मैच में विराट कोहली ने शानदार अर्धशतकीय पारी खेली हो औऱ केदार जाधव ने आखिर में रन बनाएं हो। लेकिन ये मिडिल आर्डर की नाकामी ही थी जो भारत 50 ओवर में सिर्फ 224 रन बना सकी। इसके साथ ही अब सवाल खड़े हो गए है कि नंबर 4 की पहेली कैसे सुलझेगी। आखिर वो कौन सा बल्लेबाज होगा जो नंबर 4 पर टीम इंडिया के लिए परफेक्ट रहेगा। आखिर ऐसे मिडिल आर्डर के साथ कैसे काम चल पाएगा। जाहिर है सवाल काफी है और इसके साथ टीम इंडिया के पास विक्लप भी है जिन्हें आजमा कर वो नंबर 4 की समस्या का खात्मा कर सकता है।
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अब भारत का अगला मुकाबला विंडीज से है। उसके बाद टीम इंडिया को इंग्लैंड से भिड़ना है। ऐसे में विराट सेना को जल्द ही मिडिल आर्डर की गुत्थी सुलझानी होगी। विजय शंकर टीम में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते है लेकिन पाकिस्तान और अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में उनका प्रदर्शन काफी औसत रहा था। वहीं अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में शंकर ने एक भी ओवर गेंदबाजी नहीं कि जिसकी वजह से यह सवाल उठता है कि टीम में स्पेशलिस्ट बल्लेबाज को जगह क्यों नहीं मिल रही है। विजय शंकर वर्ल्ड कप की टीम में अंबाति रायडू की जगह शामिल किए गए थे। उन्हें लेकर कहा गया था कि वो थ्री डी प्लेयर है जो नंबर 4 के लिए बेहतर विकल्प हो सकते है। लेकिन अभी तक शंकर के खेल में कुछ ऐसा देखा नहीं गया है। शंकर ने नंबर 4 पर ना ही रन बनाएं है और गेंदबाजी में कुछ खास कर के नहीं दिखाया है।
इसलिए भारत को अब नंबर 4 के विकल्प को लेकर गंभीरता लेने की जरूरत है। क्योंकि जिस तरह से अफगानिस्तान के खिलाफ टीम इंडिया के बल्लेबाज रन बनाने में नामाम रहे थे। वो परेशान करने वाला है कि आगामी मैचों में ऐसा ना हो। क्योंकि अब वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को अपने अगले मुकाबले ऐसे टीम के साथ खेलने है जिनकी गेंदबाजी मजबूत रही है। वहीं इंग्लैंड के खिलाफ भारत ऐसे मिडिल आर्डर के साथ मैदान पर नहीं उतर सकता है। इसलिए टीम इंडिया को आने वाले मैच में नबंर 4 पर एक ऐसा बल्लेबाज देखना होगा जो आपको शुरूआती झटकों के बाद पारी संभाल सकें और आखिर में मैच भी जिताने की काबिलियत रखता हो। ऐसे में अगर टीम इंडिया पंत या कार्तिक को नंबर 4 पर मौका देती है तो यह भारत के लिए बेहतर हो सकता है। दोनों ही पावर हिटर बल्लेबाज माने जाते है जो आखिर के ओवर में तेजी से रन बना सकते है। अगर विंडीज के खिलाफ अगले मैच में पंत को मौका मिलता है तो टीम इंडिया का बैटिग आर्डर मजबूत हो सकता है। पंत के अंदर एक एक्स फैक्टर है जो हारे हुए मैच को भी जिताने की काबिलियत रखता है। लेकिन पंत को लेकर सवाल उठता है कि क्या जल्दी विकेट गिरने पर वह पारी को संभालने का दम रखते है। पंत नेचुरल हिटर खिलाड़ी है और सवाल यह है कि अगर भारत शुरूआती 3 विकेट जल्दी गंवा देता है तो क्या पंत पारी का मिजाज समझकर सूझबूझ से भरी खेल सकते है। क्या उनके पास पिच पर टिके रहने की काबिलियत है जो उन्हें नंबर 4 का मजबूत दावेदार बनाती है।
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वहीं अगर टीम इंडिया नंबर 4 पर दूसरे विकल्प को देखती है तो ऐसे में भारत के पास दिनेश कार्तिक के रूप में एक ऐसा अनुभवी बल्लेबाज है नंबर 4 पर खेल सकता है। कार्तिक लंबे अर्से से भारत के लिए खेल रहे है और बीते कुछ सालों में कार्तिक टीम इंडिया के लिए फिनिशर की भूमिका निभा रहे है। उनके पास अनुभव है जो भारत के लिए अहम हो सकता है। कार्तिक इस टीम में बैकअप विकेटकीपर के रूप में चुने गए है। लेकिन हालात को देखकर लगता है कि उन्हें नंबर 4 पर खेलने का मौका मिलना चाहिए। वो नंबर 4 पर एक अच्छा विक्लप हो सकते है। वो अहम मौके पर विकेट बचाकर खेलने के साथ मैच फिनिश करने का फार्मूला अच्छे से जानते है। इसलिए टीम इंडिया को जल्द ही इन मुद्दों पर विचार करने की जरूरत है। क्योंकि इंग्लैंड में आयोजित इस वर्ल्ड कप में विराट सेना सबसे मजबूत दिखाई पड़ रही है और भारत को इन सभी समस्यायों को हल कर तीसरी बार चैंपियन बनने के लिए अपने आपको और ज्यादा मजबूत करना पड़ेगा।
- दीपक मिश्रा
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