उदयपुर दर्जी हत्या कांड पर क्या बोले पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान? चारों तरह हो रही है कमेंट की चर्चा
उदयपुर में एक दर्जी के दो व्यक्तियों द्वारा सिर काट दिए जाने की खबर से पूरे भारत में हड़कंप मच गया। कन्हैया लाल नाम के दर्जी ने बीजेपी नेता नुपुर शर्मा के बयान के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। उसके बाद दो मुसलमान युवक उसकी दुकान में घुस गए और उसकी बेरहमी से हत्या कर दी।
उदयपुर में एक दर्जी के दो व्यक्तियों द्वारा सिर काट दिए जाने की खबर से पूरे भारत में हड़कंप मच गया। कन्हैया लाल नाम के दर्जी ने बीजेपी नेता नुपुर शर्मा के बयान के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। उसके बाद दो मुसलमान युवक उसकी दुकान में घुस गए और उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। उन्होंने घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। इस भयानक घटना से देश स्तब्ध है। आम इंसान से लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां इस वारदात की निंदा कर रहे हैं। इस मामले पर अब पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। इरफान खान ने इस घटना को मानवता की हत्या कहा हैं। कड़े शब्दों में घटना की निंदा करते हुए उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की हैं।
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इरफान पठान ने ट्वीट में लिखा, 'कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस (धर्म) पर विश्वास करते हैं। किसी निर्दोष के जीवन को नुकसान पहुंचाने का मतलब इंसानियत को चोट पहुंचाने जैसा है।' क्रिकेटर के इस ट्वीट के बार लोग उनके कंमेंट पर अलग अलग तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। काफी लोग उन्हें सपोर्ट कर रहे हैं।
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पुलिस ने कथित तौर पर सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो के आधार पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपियों की पहचान रियाज अख्तर और घोस मोहम्मद के रूप में हुई है। उन्होंने टेलर कन्हैया लाल का सिर कलम करने की शेखी बघारते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जान को भी धमकी दी थी। घटना के बाद राजस्थान सरकार ने अगले एक महीने के लिए सभी जिलों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी और मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन भी किया।
दर्जी की हत्या के बाद इलाके के स्थानीय बाजार बंद कर दिए गए क्योंकि स्थानीय व्यापारी पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर बाहर आ गए। यह भी बताया गया है कि पीड़ित कन्हैया लाल के आश्रितों को UIT में प्लेसमेंट सेवा के माध्यम से भर्ती का आश्वासन दिया गया है। उदयपुर संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट के अनुसार सरकार उन्हें 5 लाख रुपये का मुआवजा भी देगी।
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