अब फिरेंगे Arjun Tendulkar के दिन, कोच ने गेंदबाजी की जिम्मेदारी लेकर दिया बड़ा बयान
मुंबई इंडियंस के साथ इस सीजन में पदार्पण करने वाले अर्जुन तेंदुलकर को लेकर लगातार कई बातें कही जा रही है। इस सीजन में कुल चार मुकाबले खेलने वाले अर्जुन तेंदुलकर सबसे अधिक चर्चा में इसलिए आए हैं क्योंकि पंजाब किंग्स के खिलाफ खेले गए मुकाबले में उन्होंने 31 रन लुटाए थे।
आईपीएल में इन दिनों मुंबई इंडियंस के ऑलराउंडर अर्जुन तेंदुलकर को लेकर काफी चर्चाएं हो रही है। एक तरफ जहां मुंबई इंडियंस की टीम का आईपीएल में अब तक का सफर काफी उतार चढ़ाव भरा रहा है। मुंबई इंडियंस की टीम ने जहां शुरुआती दो मकाबले हारने के बाद जबरदस्त वापसी की। इसके बाद तीन मुकाबलों में टीम को लगातार जीत मिली है। मुंबई की टीम में इन दिनों सबसे अधिक चर्चा अर्जुन तेंदुलकर की हो रही है।
मुंबई इंडियंस के साथ इस सीजन में पदार्पण करने वाले अर्जुन तेंदुलकर को लेकर लगातार कई बातें कही जा रही है। इस सीजन में कुल चार मुकाबले खेलने वाले अर्जुन तेंदुलकर सबसे अधिक चर्चा में इसलिए आए हैं क्योंकि पंजाब किंग्स के खिलाफ खेले गए मुकाबले में उन्होंने 31 रन लुटाए थे, जिसके बाद उन्हें काफी ट्रोल किया गया है। हालांकि अब तक चार मुकाबलों में अर्जुन तीन विकेट भी चटका चुके है। वहीं गुजरात के खिलाफ दो ओवर में सिर्फ नौ रन लुटाए थे।
पंजाब किंग्स के खिलाफ फेंके गए ओवर के अलावा अगर अर्जुन की चर्चा है तो वो उनकी स्पीड को लेकर भी हो रही है। इसी बीच मुंबई इंडियंस के गेंदबाजी कोच शेन बॉन्ड ने भी अर्जुन की स्पीड को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अर्जुन तेंदुलकर की गेंदों की गति बढ़ाने पर काम करेंगे जो अभी लगभग 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं।
वहीं पंजाब किंग्स के खिलाफ अर्जुन तेंदुलकर ने 48 रन लुटाए थे जिसमें उनके एक ओवर में 31 रन बने थे। वहीं अर्जुन की गेंदबाजी को लेकर बॉन्ड ने मुंबई की 55 रन से हार के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘ पिछले मैच में जो कुछ हुआ उसके बाद उसने आज अच्छी गेंदबाजी की। इतने अधिक दर्शकों के सामने खेलना आसान नहीं होता है। हम उसकी रफ्तार बढ़ाने पर काम करेंगे लेकिन आज हमने उससे जैसा कहा था उसने वैसा ही किया।’’
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्जुन ने लंबे इंतजार के बाद 16 अप्रैल को उसी वानखेड़े स्टेडियम में आईपीएल में पदार्पण किया जिसमें उनके पिता सचिन तेंदुलकर ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। उन्होंने तब दो ओवरों में 17 रन दिए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। इसके बाद पंजाब किंग्स वाले मैच को छोड़कर उन्होंने प्रत्येक मैच में अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया।
बॉन्ड ने कहा,‘‘ यह कई चीजों का संयोजन होता है। हम वैसा नहीं कर पा रहे हैं जैसा हमें करना चाहिए। हमारी रणनीति बेहद सरल है। हम गौर करते हैं किसी क्षेत्र में गेंदबाजी करने के क्या परिणाम निकलते हैं। जब हमारी वह रणनीति नहीं चल पाती है तो हम तुरंत ही उसमें कुछ बदलाव करते हैं।’’ उन्होंने कहा,‘‘ यह निराशाजनक है कि जब हम लक्ष्य का पीछा करते हुए बैकफुट पर होते हैं तो अपनी रणनीति में अंतर नहीं कर पाते हैं।
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