परिणाम के बारे में नहीं सोच रहा हूं, केवल प्रक्रिया का अनुसरण करना चाहता हूं: Shanto

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कप्तान नजमुल हसन शंटो नहीं चाहते हैं कि उनकी टीम पाकिस्तान के खिलाफ श्रृंखला में जीत के खुमार में डूबी रहे। वह चाहते हैं कि इसके बजाय टीम गुरुवार से यहां शुरू होने वाली दो टेस्ट मैच की श्रृंखला में भारत की मजबूत टीम का सामना करने पर ध्यान दे।

चेन्नई । बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हसन शंटो नहीं चाहते हैं कि उनकी टीम पाकिस्तान के खिलाफ श्रृंखला में जीत के खुमार में डूबी रहे। वह चाहते हैं कि इसके बजाय टीम गुरुवार से यहां शुरू होने वाली दो टेस्ट मैच की श्रृंखला में भारत की मजबूत टीम का सामना करने पर ध्यान दे। बांग्लादेश की टीम पाकिस्तान के खिलाफ उसकी धरती पर दो टेस्ट मैच की श्रृंखला में 2-0 से जीत दर्ज करके यहां पहुंची है। शंटो ने बुधवार को यहां मैच की पूर्व संध्या पर पर पत्रकारों से कहा,‘‘मेरा मानना है कि हमने पाकिस्तान में बहुत अच्छी क्रिकेट खेली जिससे हमारा काफी मनोबल बढ़ा है लेकिन अब वह अतीत की बात है।’’ 

उन्होंने कहा,‘‘हम यहां नई श्रृंखला खेलने के लिए आए हैं और हमारे खिलाड़ियों को विश्वास है कि हम अच्छी क्रिकेट खेल सकते हैं। हम परिणाम के बारे में नहीं सोच रहे हैं और केवल प्रक्रिया का अनुसरण करने की कोशिश कर रहे हैं।’’ पाकिस्तान के खिलाफ शानदार प्रदर्शन के बावजूद बांग्लादेश के लिए भारत में खेलना आसान नहीं होगा लेकिन शंटो का मानना है की परिस्थितियों से खास अंतर पैदा नहीं होगा। उन्होंने कहा,‘‘ भारत की टीम बहुत मजबूत है। हम जानते हैं कि वह तीनों विभाग बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण में मजबूत है लेकिन हम परिस्थितियों के बारे में नहीं सोच रहे हैं। हम केवल अपनी टीम के बारे में सोच रहे हैं।’’ 

बांग्लादेश के युवा तेज गेंदबाज नाहिद राणा पर सभी की निगाहें टिकी रहेगी जिन्होंने पाकिस्तान में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था। लेकिन शंटो ने कहा कि उनका ध्यान केवल एक खिलाड़ी के प्रदर्शन पर नहीं लगा है। उन्होंने कहा,‘‘उसका प्रदर्शन उत्साह जनक है तथा पाकिस्तान के खिलाफ उसने जिस तरह से गेंदबाजी की वह वास्तव में प्रभावशाली थी लेकिन मैं अपना पूरा ध्यान एक खिलाड़ी पर नहीं लगाऊंगा। मेरा मानना है कि पाकिस्तान में सभी तेज गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया। उम्मीद है कि वे यहां भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे।’’ शंटो ने कहा,‘‘पिछले 10-15 वर्षों में अधिकतर खिलाड़ी अनुभवी हो चुके हैं। अब वे अपनी भावनाओं पर काबू पाना सीख गए हैं। अब हम जीत या हार के बारे में नहीं बल्कि अपने खेल के बारे में सोचते हैं। हम प्रत्येक मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करते हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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