भारत के पूर्व चयनकर्ता सरनदीप सिंह ने दिल्ली के मुख्य कोच पद के लिए आवेदन किया
भारत के पूर्व स्पिनर और पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता सरनदीप सिंह ने आगामी घरेलू सत्र से पहले दिल्ली के मुख्य कोच के पद के लिए दावेदारी पेश की है। राजकुमार शर्मा के मार्गदर्शन में दिल्ली के लिए पिछले सत्र भूलने वाला था क्योंकि टीम रणजी ट्रॉफी सहित तीनों प्रारूपों में नॉकआउट में जगह बनाने में विफल रही।
भारत के पूर्व स्पिनर और पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता सरनदीप सिंह ने आगामी घरेलू सत्र से पहले दिल्ली के मुख्य कोच के पद के लिए दावेदारी पेश की है। राजकुमार शर्मा के मार्गदर्शन में दिल्ली के लिए पिछले सत्र भूलने वाला था क्योंकि टीम रणजी ट्रॉफी सहित तीनों प्रारूपों में नॉकआउट में जगह बनाने में विफल रही। सरनदीप इस महीने लीजेंड्स लीग क्रिकेट में कोचिंग की भूमिका में नजर आएंगे। दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) द्वारा तय की गई आवेदन की समय सीमा शनिवार को समाप्त हो रही है।
इस 42 वर्षीय पूर्व स्पिनर ने पीटीआई से कहा, ‘‘दिल्ली नियमित रूप से विश्व स्तर के खिलाड़ी पैदा करने के लिए जानी जाती है लेकिन टीम घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई है। मैं दिल्ली क्रिकेट को वापस वहीं ले जाना चाहता हूं जहां की वह हकदार है।’’ सरनदीप ने भारत के लिए तीन टेस्ट और पांच वनडे खेले। भारतीय चयनकर्ता के रूप में उनका कार्यकाल पिछले साल जनवरी में समाप्त हुआ जब राष्ट्रीय टीम ने आस्ट्रेलिया में लगातार दूसरी टेस्ट श्रृंखला जीतकर इतिहास रचा। मुख्य कोच का चयन निखिल चोपड़ा की अगुवाई वाली क्रिकेट सलाहकार समिति करेगी।
इसके अन्य सदस्य गुरशरण सिंह और रीमा मल्होत्रा हैं। कोच के अलावा डीडीसीए ने नए सत्र से पहले सहायक स्टाफ में आमूलचूल बदलाव की योजना के तहत सीनियर चयनकर्ता, जूनियर चयनकर्ता, प्रबंधक, फिजियो और ट्रेनर के पद के लिए भी आवेदन आमंत्रित किए हैं। वरीयता क्रम के आधार पर कई पदों के लिए आवेदन करने का विकल्प भी है। पिछले 2021-2022 सत्र में दिल्ली की टीम रणजी ट्रॉफी में अपने ग्रुप में अंतिम स्थान पर रही थी।
टीम ने एक मैच गंवाया जबकि दो ड्रॉ खेले जिससे वह तमिलनाडु, छत्तीसगढ़ और ग्रुप में शीर्ष पर रहे झारखंड से पीछे रही। दिल्ली का पिछला रणजी ट्रॉफी खिताब 2008 में आया था जबकि उसने पिछली बार 2012-13 सत्र में 50 ओवर की विजय हजारे ट्रॉफी जीती थी। टीम ने एकमात्र सैयद मुश्ताक अली टी20 खिताब 2017-18 में जीता था। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज प्रदीप सांगवान ने पिछले सत्र में टीम की अगुवाई की थी।
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