Prabhasakshi NewsRoom: लोगों के जीवन का अभिन्न अंग बन चुके Paytm के खिलाफ RBI ने क्यों लिया सख्त एक्शन, आपके Wallet, FASTags और UPI लिंक पर क्या असर पड़ेगा?
जहां उपयोक्ता पेटीएम बैंक और वॉलेट में पड़ी अपनी राशि को लेकर चिंतित हो गये हैं वहीं शेयर बाजारों में भी इस कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट देखी जा रही है। बीएसई पर शेयर 20 प्रतिशत की गिरावट के साथ 608.80 रुपये पर पहुंच गए।
डिजिटल भुगतान करने के मामले में दुनिया का अव्वल देश बन चुके भारत में पेटीएम एप लोगों के जीवन का अभिन्न अंग बन चुका है। लोग इसी एप के जरिये मिलने वाली तमाम तरह की सेवाओं के माध्यम से लेन-देन और खरीददारी करते हैं। अक्सर यह एप अपने कैशबैक और नयी नयी सेवाओं और सुविधाओं के लिए चर्चा में रहता है लेकिन इस समय यह एप अलग ही कारण से सुर्खियों में आ गया है। हम आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड साधन, वॉलेट एवं फास्टैग में 29 फरवरी, 2024 के बाद जमा या टॉप-अप स्वीकार नहीं करने का निर्देश दिया है। आरबीआई ने यह कदम व्यापक प्रणाली ऑडिट रिपोर्ट और बाहरी ऑडिटर की अनुपालन सत्यापन रिपोर्ट के बाद उठाया गया है। बताया जा रहा है कि इन रिपोर्टों में भुगतान बैंक में लगातार नियमों के गैर-अनुपालन और सामग्री पर्यवेक्षण से जुड़ी चिंताएं सामने आईं हैं।
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यह खबर सामने आते ही जहां उपयोक्ता पेटीएम बैंक और वॉलेट में पड़ी अपनी राशि को लेकर चिंतित हो गये हैं वहीं शेयर बाजारों में भी इस कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट देखी जा रही है। बीएसई पर शेयर 20 प्रतिशत की गिरावट के साथ 608.80 रुपये पर पहुंच गए। एनएसई पर शेयर 19.99 प्रतिशत गिरकर 609 रुपये पर रहे। कंपनी का बाजार पूंजीकरण (एमकैप) भी शुरुआती कारोबार में 9,646.31 करोड़ रुपये घटकर 38,663.69 करोड़ रुपये हो गया।
इस बीच, पेटीएम ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया है कि आरबीआई के फैसले से कंपनी की वार्षिक कर पूर्व आय पर 300-500 करोड़ रुपये का असर पड़ने की आशंका है। हालांकि, कंपनी को उम्मीद है कि वह अपनी लाभप्रदता में सुधार के पथ पर आगे बढ़ती रहेगी। पेटीएम ने अपने बयान में कहा है कि ओसीएल एक भुगतान कंपनी के रूप में विभिन्न भुगतान उत्पादों पर विभिन्न बैंकों (सिर्फ पेटीएम पेमेंट्स बैंक नहीं) के साथ काम करती है। प्रतिबंध से ओसीएल ने अन्य बैंकों के साथ काम करना शुरू कर दिया। अब हम योजनाओं में तेजी लाएंगे और पूरी तरह से अन्य बैंक साझेदारों की ओर बढ़ेंगे। भविष्य में ओसीएल केवल अन्य बैंकों के साथ काम करेगा, पीपीबीएल के साथ नहीं। हम आपको बता दें कि आरबीआई ने आदेश में कहा था कि कि पेटीएम का संचालन करने वाली कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड और पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज के 'नोडल खातों' को 29 फरवरी से पहले जल्द-से-जल्द समाप्त किया जाना चाहिए। आरबीआई ने कहा कि पहले किए जा चुके लेनदेन और नोडल खातों का निपटान 15 मार्च 2024 तक पूरा किया जाए तथा उसके बाद किसी और लेनदेन की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इससे पहले, एनएचएआई की इकाई आईएचएमसीएल ने भी पेटीएम पेमेंट्स बैंक को नए फास्टैग जारी करने से रोक दिया था। उसने पाया था कि पीपीबीएल सेवा-स्तर समझौते में निर्धारित मानकों का पालन नहीं कर रही है। हम आपको यह भी बता दें कि वन97 कम्युनिकेशंस के पास पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है लेकिन वह इसे अपनी सहयोगी के रूप में वर्गीकृत करता है, न कि अनुषंगी कंपनी के रूप में।
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इस बीच, इस मुद्दे पर राजनीति भी शुरू हो गयी है। कांग्रेस ने पेटीएम के संदर्भ में भारतीय रिजर्व बैंक की कार्रवाई के बाद केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में बैंकिंग प्रणाली में सिर्फ अफरा-तफरी की स्थिति पैदा हुई है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि पेटीएम से जुड़े आरबीआई के फैसले की मार देश की आम जनता पर सबसे ज्यादा पड़ेगी। रमेश ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, 'प्रधानमंत्री मोदी के शासन में पिछले 10 वर्षों में बैंकिंग प्रणाली में केवल अराजकता आई है। पहला, विनाशकारी नोटबंदी का फैसला, जो बिना किसी योजना के और आरबीआई की आपत्तियों के बावजूद लिया गया। फिर, 2018 में आईएलएंडएफएस के दिवालिया होने से एनबीएफसी सेक्टर पर असर पड़ा।' कांग्रेस महासचिव ने दावा किया, '2018 में भी यस बैंक और डीएचएफएल में हजारों करोड़ के घोटाले सामने आए थे। लक्ष्मी विलास बैंक और पीएमसी बैंक भी विफल हुए। नीरव मोदी जैसे लोगों को जनता का पैसा लेकर भागने का मुफ्त वीजा मिल गया। यह आम भारतीय हैं जिन्हें अपनी बचत निकालने में असमर्थ बना दिया गया है।' उन्होंने कहा, 'अब रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक की सभी सेवाएं बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश से हमेशा की तरह आम भारतीयों पर सबसे ज्यादा मार पड़ेगी।'
पेटीएम ग्राहकों के लिए जानने योग्य बातें
बहरहाल, पेटीएम को लेकर लोगों के मन में तमाम तरह के सवाल तो उठ रहे हैं लेकिन सभी को कुछ चीजें समझ लेनी चाहिए। जैसे यदि आपने यूपीआई से पेटीएम पेमेंट्स बैंक अकाउंट को लिंक किया है तो 29 फरवरी के बाद आप उसका उपयोग नहीं कर पाएंगे। लेकिन यदि आपका यूपीआई लिंक किसी और बैंक मसलन एसबीआई या अन्य किसी और बैंक के साथ जुड़ा है तो आप पेटीएम एप के माध्यम से भुगतान कर पाएंगे। लोगों के मन में यह भी सवाल है कि क्या आप पेटीएम से किसी दुकानदार को भुगतान कर पाएंगे, यहां यह समझने की जरूरत है कि यदि दुकानदार राशि को अपने पेटीएम पेमेंट्स बैंक अकाउंट में रिसीव करता है तो 29 फरवरी के बाद आप उसको भुगतान नहीं कर पाएंगे। यदि दुकानदार किसी और बैंक का क्यूआर कोड देता है तो आप उसको स्कैन करके भुगतान कर सकते हैं। लोगों के मन में यह भी सवाल है कि वॉलेट बैलेंस का क्या होगा तो यहां भी यह समझने की जरूरत है कि ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। आप उस पैसों को अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं। अगर आपके पास पेटीएम का फास्टैग है तो वह बंद हो जायेगा और उसे अब आपको किसी और कंपनी से खरीदना पड़ेगा। यदि आपने पेटीएम के जरिये लोन लिया है तो भी आपको उस कंपनी को भुगतान करते रहना है जिसके जरिये पेटीएम ने आपको लोन दिलाया था।
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