थोक मुद्रास्फीति 17 माह बाद शून्य से ऊपर रही
थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 17 महीने बाद शून्य से ऊपर निकलकर अप्रैल में 0.34 प्रतिशत हो गई। सब्जी और दालों के दाम बढ़ने से थोक मुद्रास्फीति में यह तेजी आई है।
थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 17 महीने बाद शून्य से ऊपर निकलकर अप्रैल में 0.34 प्रतिशत हो गई। सब्जी और दालों के दाम बढ़ने से थोक मुद्रास्फीति में यह तेजी आई है। पिछले महीने मार्च में थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति शून्य से 0.85 प्रतिशत थी। सरकार द्वारा आज जारी आंकड़ों के मुताबिक, ‘‘मासिक थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति की सालाना दर शून्य से उपर निकलकर 0.34 प्रतिशत (अस्थाई आंकड़ा) हो गई जो कि पिछले महीने शून्य से 0.85 प्रतिशत नीचे थी।’’
पिछले साल इसी माह में यह शून्य से 2.43 प्रतिशत नीचे थी। खाद्य मुद्रास्फीति अप्रैल में 4.23 प्रतिशत थी और मार्च में 3.73 प्रतिशत थी। सब्जियों की महंगाई दर इस अप्रैल में 2.21 प्रतिशत रही जो पिछले साल इसी माह के दौरान शून्य से 2.26 प्रतिशत नीचे थी। दालों के दाम 36.36 प्रतिशत बढ़ गये जो पिछले साल अप्रैल माह में 34.45 प्रतिशत बढ़े थे।
इधर, प्याज एवं फल जैसे उपभोक्ता उत्पादों का मूल्य घटा है जिनके दाम क्रमश: शून्य से 18.18 प्रतिशत नीचे और शून्य से 2.38 प्रतिशत नीचे रहे हैं। पिछले सप्ताह जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल महीने में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 5.39 प्रतिशत हो गई जो एक माह पहले 4.83 प्रतिशत थी।
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