जनवरी-मार्च के दौरान बेरोजगारी दर घटकर 8.2 प्रतिशत: एनएसओ सर्वे
कोविड-19 महामारी से संबंधित प्रतिबंधों के कारण जनवरी-मार्च, 2021 में बेरोजगारी दर अधिक थी। 14वें पीएलएफएस सर्वेक्षण के अनुसार, अक्टूबर-दिसंबर, 2021 की अवधि में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु वाले लोगों के लिए बेरोजगारी दर 8.7 प्रतिशत थी।
नयी दिल्ली| शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों की बेरोजगारी दर जनवरी-मार्च, 2022 में घटकर 8.2 प्रतिशत पर आ गई है, जो पिछले साल इसी अवधि में 9.3 प्रतिशत पर थी।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के एक निश्चित अवधि पर होने वाले श्रमबल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) से यह जानकारी मिली है। बेरोजगारी दर को श्रमबल में बेरोजगार व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया जाता है।
कोविड-19 महामारी से संबंधित प्रतिबंधों के कारण जनवरी-मार्च, 2021 में बेरोजगारी दर अधिक थी। 14वें पीएलएफएस सर्वेक्षण के अनुसार, अक्टूबर-दिसंबर, 2021 की अवधि में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु वाले लोगों के लिए बेरोजगारी दर 8.7 प्रतिशत थी।
सर्वेक्षण में पाया गया कि शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक की महिलाओं के लिए जनवरी-मार्च, 2022 में बेरोजगारी दर घटकर 10.1 प्रतिशत रह गई। एक साल पहले की इसी अवधि में यह 11.8 प्रतिशत तथा अक्टूबर-दिसंबर, 2021 में यह 10.5 प्रतिशत पर थी।
इसके अलावा शहरी इलाकों में पुरुषों के लिए बेरोजगारी दर जनवरी-मार्च में घटकर 7.7 प्रतिशत रह गई, जो इससे पिछले वर्ष की इसी अवधि में 8.6 प्रतिशत और अक्टूबर-दिसंबर 2021 में 8.3 प्रतिशत थी।
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