टाटा स्टील अपने दक्षिण-पूर्वी एशियाई कारोबार में बहुमत हिस्सेदारी बेचेगी
टाटा स्टील के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक टी वी नरेन्द्रन ने कहा कि वह अपने दक्षिण पूर्वी एशियाई कारोबार के भविष्य को लेकर एचबीआईसी समूह के साथ बातचीत करता रहा है।
नयी दिल्ली। टाटा स्टील ने अपने दक्षिण पूर्वी एशियाई कारोबार में बहुलांश हिस्सेदारी बेचने के लिए एचबीआईएस समूह के साथ एक पक्का समझौता किया है। यह समझौता टाटा स्टील की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी टी.एस. ग्लोबल होल्डिंग्स (टीएसजीएच) ने किया है। टाटा स्टील ने एक बयान में बताया कि समझौते पर चीन के बीजिंग में हस्ताक्षर किए गए हैं।
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कंपनी ने कहा है कि टीएसजीएच ने नैटस्टील होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड (एनएसएच) और टाटा स्टील (थाइलैंड) पब्लिक कंपनी लिमिटेड (टीएसटीएच) में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने के लिए एचबीआईएस ग्रुप कंपनी लिमिटेड (एचबीआईएस) के नियंत्रण वाली इकाई के साथ पक्का समझौता किया है। टी एस ग्लोबल होल्डिंग्स प्रा. लि. (टीएसजीएच) अप्रत्यक्ष रूप से टाटा स्टील की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई है।
टाटा स्टील के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक टी वी नरेन्द्रन ने कहा कि वह अपने दक्षिण पूर्वी एशियाई कारोबार के भविष्य को लेकर एचबीआईसी समूह के साथ बातचीत करता रहा है। समझौते के मुताबिक कंपनी में 70 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री एचबीआईएस के नियंत्रण वाली इकाई को और शेष 30 प्रतिशत का अधिग्रहण टीएसजीएच करेगी। नरेन्द्रन कहा कि यह पक्का समझौता हमारे बीच रणनीति संबंधों के मामले में एक उल्लेखनीय पड़ाव है। इससे दक्षिण पूर्वी एशियाई कारोबार में तीव्र वृद्धि के अवसर पैदा होंगे, संसाधनों तक पहुंच, तकनीकी विशेषज्ञता और एचबीआईएस के साथ क्षेत्रीय समझ बढ़गी।
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एचबीआईएस समूह की स्थापना 30 जून 2008 में हुई थी। यह दुनिया की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनियों में से एक है। चीन के हेदेई प्रांत में तांगशन आयरन एण्ड स्टील समूह तथा हंदान आयरन एण्ड स्टील समूह के विलय के बाद यह कंपनी अस्तित्व में आई।
We've executed definitive agreements with HBIS Group to divest our entire equity stake in SEA business: NSH and TSTH. We remain committed through our shareholding to help create a sustainable future for all the stakeholders.
— Tata Steel (@TataSteelLtd) January 28, 2019
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