विपणनवर्ष 2019-20 में 29 लाख टन चीनी का निर्यात
भारत से 58 देशों को चीनी का निर्यात किया। निर्यात का 65 प्रतिशत भाग ईरान, सोमालिया, मलेशिया, श्रीलंका और अफगानिस्तान को गया।
सरकारी प्रोत्साहनों के बीच देशसे चालू विपणन वर्ष (अक्टूबर-सितंबर-2019-20) में अब तक 28.68 लाख चीनी का निर्यात किया गया। अखिल भारतीय चीनी व्यापार संघ (AISTA) के अनुसार, चीनी मिलों ने चालू सीजन में अक्टूबर से चार अप्रैल तक 28,68,533 टन चीनी का निर्यात किया है। भारत से 58 देशों को चीनी का निर्यात किया। निर्यात का 65 प्रतिशत भाग ईरान, सोमालिया, मलेशिया, श्रीलंका और अफगानिस्तान को गया।
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AISTA ने एक बयान में कहा कि चीनी मिलों ने अभी तक 38 लाख टन चीनी निर्यात करने का अनुबंध किया है। सरकार ने विपणन वर्ष 2019-20 के दौरान अधिकतम 60 लाख टन चीनी के निर्यात की अनुमति दी है। फरवरी में उद्योग संगठन भारतीय चीनी मिल संघ (ISMA) ने कहा था कि सितंबर तक निर्यात 50 लाख टन को पार कर सकता है। भारत ने विपणन वर्ष 2018-19 के दौरान 38 लाख टन का निर्यात किया था। केंद्र सरकार ने वर्ष 2019-20 में चीनी मिलों पर गन्ने का बकाया चुकाने में उन्हें मदद करने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसने 40 लाख टन चीनी का बफर स्टॉक बनाया है, जिससे सरकारी खजाने पर 1,674 करोड़ रुपये का बोझ आया है। इसके अलावा चीनी मिलों को 60 लाख टन चीनी निर्यात करने में मदद के लिए 6,268 करोड़ रुपये की सहायता दी जा रही है।
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सरकार पेट्रोल के साथ मिश्रित करने के मकसद से इथेनॉल उत्पादन करने के लिए अतिरिक्त गन्ना और चीनी को इथेनॉल उत्पादन के लिए स्थानांतरित करने को भी प्रोत्साहन दे रही है। खाद्य मंत्रालय के अनुसार, वर्ष 2019-20 में चीनी उत्पादन 273 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि घरेलू खपत 260 लाख टन है, जबकि पिछले वर्ष चीनी की 259 लाख टन की घरेलू मांग की तुलना में उत्पादन 331 लाख टन का हुआ था।
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