सेंसेक्स में हल्की बढ़त, टीसीएस में दो प्रतिशत से अधिक गिरावट
टीसीएस के तिमाही परिणाम जारी किये जाने से इसका शेयर 2.05 प्रतिशत तक गिर गया। इस दिग्गज आईटी कंपनी के कारोबार के तिमाही आंकड़े मंगलवार को बाजार बंद होने के बाद आने थे।
मुंबई। आरआईएल, एल एंड टी और बजाज फाइनेंस जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में उछाल के दम पर देश के प्रमुख शेयर सूचकांकों में दो दिन की गिरावट का सिलसिला थम गया और बंबई शेयर बाजार का 30 बड़े शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 10 अंक की नाम मात्र की बढ़त के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स दिन में 378 अंक के दायरे में उतार-चढ़ाव के बाद अंतत: 10.25 अंक यानी 0.03 प्रतिशत की नाम मात्र की बढ़त के साथ38,730.82 अंक टिका। सेंसेक्स नीचे में 38,435.87 और ऊपर में 38,814.23 अंक तक गया था। हालांकि, एनएसई का 50 शेयरों वाला निफ्टी 2.70 अंक यानी 0.02 प्रतिशत नीचे आ कर11,555.90 पर बंद हुआ। निफ्टी चार दिन से गिर रहा है। यह दिन में 11,461.00-11,582.55 के दायरे में रहा। सेंसेक्स की कंपनियों में फाइनेंस, सन फार्मा, हीरो मोटोकॉर्प, एल एंड टी,आरआईएल और भारती एयरटेल में 5.60 प्रतिशत लाभ में रहा। टीसीएस के तिमाही परिणाम जारी किये जाने से इसका शेयर 2.05 प्रतिशत तक गिर गया। इस दिग्गज आईटी कंपनी के कारोबार के तिमाही आंकड़े मंगलवार को बाजार बंद होने के बाद आने थे।
Driven by gains in #Realty and #Pharma stocks, markets trim the morning losses. #Sensex gained 10.25 points and closed at 38.730.82 while #Nifty closed at 11,555.90, down 2.70 points.
— FICONOMIST (@ficonomist) July 9, 2019
येस बैंक, आईटीसी, एचसीएल टेक, मारुति, एशियन पेंट्स, एचडीएफसी लिमिटेड और एचडीएफसी बैंक तथा कोटक बैंक के शेयरों में 1.88 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध विभाग के प्रमुख विनोद नायर ने कहा, वास्तविक आर्थिक वृद्धि के अभाव के बीच शेयरों के महंगे होने का असर बाजार पर देखने को मिल रहा है। आमदनी के आंकड़े आने वाले हैं और वैश्विक वृद्धि और व्यापारिक विवाद का असर आय पर पड़ने की आशंका जतायी जा रही है, ऐसे में बड़ी सूचना-प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिली। लागत बढ़ने से इस बात की उम्मीद की जा रही है टीसीएस के जून तिमाही के परिणाम मिश्रित रहने वाले हैं। आनन्द राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के बुनियादी शोध विभाग (निवेश सेवा) के प्रमुख नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि वित्तीय प्रणाली में नकदी के इफरात होने और नीतिगत कर के लाभ के ग्राहकों तक पहुंचने में तेजी जैसे हाल के उनके बायानों को लेकर आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास के बयान से बाजार में कोई खास बल नहीं मिला है।
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क्षेत्रवार टिकाऊ उपभोग से जुड़ी कंपनियों के शेयर सबसे अधिक 6.76 प्रतिशत तक गिरे। इसके बाद सूचना-प्रौद्योगिकी और दैनिक उपयोग की वस्तु बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में 0.98 प्रतिशत तक की गिरावट देखने को मिली। कारोबारियों के मुताबिक ऊर्जा, तेल एवं गैस और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में उछाल से घरेलू शेयर बाजारों को फिर से बढ़त हासिल करने में मदद मिली। वहीं अन्य एशियाई बाजारों की बात करें तो शंघाई कम्पोजिट इंडेक्स, हांग सेंग और कोस्पी गिरावट के साथ जबकि निक्की बढ़त के साथ बंद हुए। ब्रेंट कच्चा तेल वायदा बाजार में 0.39 प्रतिशत चढ़ कर 64.36 डालर प्रति बैरल पर चल रहा था।
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