Hindenburg Research Report । हिंडेनबर्ग के आरोपों को SEBI प्रमुख ने बताया आधारहीन, जारी किया बयान

Madhabi Puri Buch
प्रतिरूप फोटो
ANI
एकता । Aug 11 2024 12:00PM

हिंडनबर्ग के आरोपों पर सेबी प्रमुख और उनके पति ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक संयुक्त रूप से बयान जारी कर हिंडनबर्ग के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। दोनों ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है। बयान में कहा, 'रिपोर्ट में लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार और बेबुनियाद है। इनमें तनिक भी सच्चाई नहीं है।'

हिंडनबर्ग रिसर्च ने भारतीय बिजनेसमैन गौतम अडानी के बाद अब सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच और उनके पति पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हिंडनबर्ग ने शनिवार देर रात एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें कहा गया कि माधबी बुच और उनके पति की अडानी मनी साइफनिंग घोटाले में इस्तेमाल किए गए दोनों अस्पष्ट ऑफशेयर फंडों में हिस्सेदारी थी। बता दें, हिंडनबर्ग ने ‘व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों’ का हवाला देते हुए ये आरोप लगाए हैं।

हिंडनबर्ग ने सेबी प्रमुख पर क्या आरोप लगाए?

हिंडनबर्ग ने ‘व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों’ का हवाला देते हुए कहा, 'सेबी की वर्तमान प्रमुख बुच और उनके पति के पास अदाणी समूह में धन के हेराफेरी घोटाले में इस्तेमाल किए गए दोनों अस्पष्ट ‘ऑफशोर फंड’ में हिस्सेदारी थी।'

व्हिसिलब्लोअर दस्तावेजों के अनुसार, ऐसा प्रतीत होता है कि माधबी बुच और उनके पति धवल बुच ने पहली बार 5 जून, 2015 को सिंगापुर में आईपीई प्लस फंड 1 के साथ एकाउंट ओपन किया था। दस्तावेजों में आगे कहा गया कि आईआईएफएल के एक प्रिंसिपल द्वारा हस्ताक्षरित धन की घोषणा में इन्वेस्टमेंट के स्रोत को सैलरी बताया गया और जोड़े की कुल संपत्ति $ 10 मिलियन होने का अनुमान है।

सेबी प्रमुख ने आरोपों पर क्या कहा?

हिंडनबर्ग के आरोपों पर सेबी प्रमुख और उनके पति ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक संयुक्त रूप से बयान जारी कर हिंडनबर्ग के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। दोनों ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है। बयान में दोनों ने कहा, 'रिपोर्ट में लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार और बेबुनियाद है। इनमें तनिक भी सच्चाई नहीं है। हमारा जीवन और वित्तीय स्थिति एक खुली किताब की तरह है। सभी आवश्यक खुलासे पहले ही वर्षों से सेबी को दिये जा चुके हैं। हमें किसी भी वित्तीय दस्तावेजों का खुलासा करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है।'

बयान में आगे कहा गया है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ सेबी ने प्रवर्तन कार्रवाई की है और कारण बताओ नोटिस जारी किया है, उसी के जवाब में हमें ही घेरने और चरित्र हनन करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्ण पारदर्शिता को ध्यान में रखकर, नियत समय में एक विस्तृत बयान जारी किया जाएगा।

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