Samsung ने हड़ताली भारतीय कर्मचारियों मनाने के लिए भेजे फल और चॉकलेट के "Snacks Kit"
सैमसंग इंडिया वर्कर्स यूनियन-सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (एसआईडब्ल्यूयू-सीआईटीयू) के नेतृत्व में हड़ताल ने त्योहारी सीजन से पहले सैमसंग के उत्पादन में 80 फीसदी की कमी कर दी है, जो घरेलू उपकरणों की बिक्री के लिए एक महत्वपूर्ण अवधि है।
सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के भारत में इन दिनों अच्छे दिन नहीं चल रहे है। चेन्नई स्थित सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण इकाई के कर्मचारी बीते एक महीने से लगातार वेतन और संघ की मान्यता के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
फ्रंटलाइन की रिपोर्ट की मानें तो सैमसंग इंडिया वर्कर्स यूनियन-सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (एसआईडब्ल्यूयू-सीआईटीयू) के नेतृत्व में हड़ताल ने त्योहारी सीजन से पहले सैमसंग के उत्पादन में 80 फीसदी की कमी कर दी है, जो घरेलू उपकरणों की बिक्री के लिए एक महत्वपूर्ण अवधि है।
फ्रंटलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, हड़ताल के चौथे सप्ताह में प्रवेश करने के साथ ही सैमसंग ने हड़ताल तोड़ने की अपनी रणनीति के तहत हड़ताली कर्मचारियों को स्नैक किट भेजना शुरू कर दिया है। हड़ताली कर्मचारियों की मांगें हैं ये-
गौरतलब है कि तमिलनाडु स्थित सैमसंग संयंत्र में लगभग 1,800 कर्मचारी कार्यरत हैं। इनमें से 1,000 से अधिक कर्मचारी 9 सितंबर से हड़ताल पर हैं। हड़ताल पर गए कर्मचारी एसआईडब्ल्यूयू-सीआईटीयू यूनियन को मान्यता देने की मांग कर रहे है। इसके अलावा तीन साल के लिए वेतन वृद्धि कर 36,000 रुपये करने, शिफ्ट भत्ते को 150 रुपये से बढ़ाकर 250 रुपये करने तथा पितृत्व अवकाश को तीन दिन से बढ़ाकर सात दिन करने की मांग उठाई गई है। यूनियन यह भी चाहती है कि सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स समान योग्यता और कर्तव्य वाले श्रमिकों के लिए समान वेतन की व्यवस्था करे।
वर्ष 2007 में स्थापित सैमसंग इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड पिछले 16 वर्षों से बिना किसी यूनियन के काम कर रही है। भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र द्वारा समर्थित सैमसंग इंडिया वर्कर्स यूनियन का गठन पिछले वर्ष किया गया था, लेकिन अभी भी कंपनी से आधिकारिक पंजीकरण और मान्यता का इंतजार है।
सैमसंग की हड़ताल तोड़ने की रणनीति
रॉयटर्स की रिपोर्ट की मानें तो बीते महीने ही सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने अपने हड़ताली कर्मचारियों को चेतावनी दी थी कि यदि वे विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे तो उन्हें वेतन नहीं मिलेगा। कंपनी ने कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने के खतरे से भी अवगत करवाया था। अब कंपनी ने भी समझाने का सहारा लिया है। फ्रंटलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, प्रबंधन हड़ताली कर्मचारियों को फल और चॉकलेट के साथ स्नैक किट भेज रहा है और उनके परिवारों से मिल रहा है, उम्मीद है कि इससे विरोध प्रदर्शन में भागीदारी कम होगी।
सैमसंग के आठ वर्षों से कार्यरत एक कर्मचारी ने प्रकाशन को बताया, "वे हड़ताल में भाग लेने से रोकने के लिए हमारे घरों में फल और चॉकलेट के साथ 'स्नैक्स किट' भेज रहे हैं, तथा परिवार के सदस्यों से मिल रहे हैं।" तमिलनाडु सीआईटीयू के उप महासचिव एस कन्नन ने भी कहा कि सैमसंग हड़ताली कर्मचारियों को एकमुश्त बोनस की पेशकश कर रहा है। कंपनी एकमुश्त बोनस और अन्य लाभों के साथ कर्मचारियों को यूनियन से दूर करने की कोशिश कर रही है। लेकिन सैमसंग के कर्मचारी कंपनी की समिति से संतुष्ट नहीं हैं और शामिल होने के निमंत्रण को अस्वीकार कर रहे हैं," कन्नन ने कहा।
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