RBI गवर्नर बोले, बैंकों के लिये कर्ज उठाव में धीमी वृद्धि एक चुनौती
बैंकों से कर्ज देने के मामले में विवेकपूर्ण रुख अपनाने को कहा। साथ ही यह भी कहा कि आकलन काफी महत्वपूर्ण है। दास ने कहा कि आरबीआई वित्तीय संस्थानों का अलग-अलग विषयों पर अध्ययन का प्रस्ताव किया है।
मुंबई। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को कहा कि बैंकों को फिलहाल कर्ज मामले में धीमी वृद्धि की चुनौतियों का सामना करना पड़ा रहा है। फिलहाज कर्ज वृद्धि 7 प्रतिशत के आसपास है। दास ने सालाना बैंक सम्मेलन में कहा, ‘‘बैंकों को इस समय जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, उसमें कर्ज उठाव में धीमी वृद्धि शामिल है।’’ उन्होंने बैंकों से कर्ज देने के मामले में विवेकपूर्ण रुख अपनाने को कहा। साथ ही यह भी कहा कि आकलन काफी महत्वपूर्ण है। दास ने कहा कि आरबीआई वित्तीय संस्थानों का अलग-अलग विषयों पर अध्ययन का प्रस्ताव किया है।
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उन्होंने कहा, ‘‘शीर्ष 50 गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) पर नजर रखी जा रही है।’’ एनबीएफसी के बारे में उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में छोटे एनबीएफसी का कर्ज प्रवाह सुधरा है। ‘‘कर्ज प्रवाह स्थिर हुआ है और इसमें धीरे-धीरे सुधार आ रहा है।’’ दास ने कहा कि रीयल्टी क्षेत्र में कर्ज प्रवाह में सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के बैंकों में संचालन का मुद्दा काफी महत्वपूर्ण है और बैंकों के प्रबंधन को संचालन व्यवस्था में सुधार लाने के लिये महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।
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