बजट के साथ ही आम लोगों पर महंगाई की मार, पेट्रोल-डीजल हुआ महंगा
स्थानीय बिक्री कर या मूल्य वर्धित कर (वैट) को जोड़ने के बाद पेट्रोल में ढाई रुपये प्रतिलीटर और डीजल के दाम में 2.30 रुपये की वृद्धि होगी।
नयी दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के शुक्रवार को बजट में ईंधन पर कर बढ़ाने की घोषणा के बाद पेट्रोल के दाममें 2.5 रुपये प्रतिलीटर और डीजल में 2.30 रुपये प्रतिलीटर की वृद्धि होगी। वित्तमंत्री ने वाहन ईंधनों पर उत्पाद शुल्क और सड़क एवं संरचना उपकर में कुल मिला कर दो-दो रुपये प्रतिलीटर की बढ़ोतरी की है। इससे सरकार को 28,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होने का अनुमान है।
FM Nirmala Sitharaman: I propose to increase special additional excise duty and road and infrastructure cess each one by 1 rupee a litre on petrol and diesel pic.twitter.com/y9DoC5IGIX
— ANI (@ANI) July 5, 2019
स्थानीय बिक्री कर या मूल्य वर्धित कर (वैट) को जोड़ने के बाद पेट्रोल में ढाई रुपये प्रतिलीटर और डीजल के दाम में 2.30 रुपये की वृद्धि होगी। शुक्रवार को, दिल्ली में पेट्रोल के दाम 70.51 रुपये और मुंबई में 76.15 रुपये है। वहीं,डीजल दिल्ली में 64.33 रुपये प्रतिलीटर और मुंबईमें 67.40 रुपये प्रतिलीटर है। वित्त मंत्री ने कच्चे तेल पर भी एक रुपये प्रति टन का सीमा शुल्क या आयात शुल्क भी लगाया है। भारत 22 करोड़ टन से ज्यादा कच्चा तेल आयात करता है और नए शुल्क से सरकार को 22 करोड़ रुपये की अतिरिक्त प्राप्ति होगी।
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वर्तमान में, सरकार ने कच्चे तेल पर कोई सीमाशुल्क नहीं लगाया हुआ है और इसके आयात पर केवल राष्ट्रीय आपदा आकस्मि कशुल्क (एनसीसीडी) के रूप में सिर्फ 50 रुपये प्रतिटन का शुल्क लगता है। वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा, कच्चा तेल ऊंचे स्तर से अब नीचे की ओर आ रहा है। इसने पेट्रोल और डीजल पर उपकर एवं उत्पाद शुल्क की समीक्षा करने की गुंजाइश पैदा हुई है। मैंने पेट्रोल और डीजल प्रत्येक पर दो-दो रुपये का विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क और सड़क एवं अवसंरचना उपकर बढ़ाने का प्रस्ताव किया है।
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