अभी वैश्विक आर्थिक मंदी का नहीं है कोई खतरा: दावोस प्रतिनिधि
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने पहले ही दिन वैश्विक आर्थिक वृद्धि के अपने अनुमानों को घटा दिया है और नीति नियंताओं द्वारा समावेशी, तेज तथा सहयोगात्मक तरीके से वृद्धि की राह की अड़चनों को दूर करने के कदम उठाने की जरूरत पर बल दिया।
दावोस। वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर सुस्त पड़ने के दबाव के बीच उद्योग जगत एवं राजनीति क्षेत्र के विश्व भर के दिग्गज स्विट्जरलैंड में यहां जमा हो रहे हैं, हालांकि अभी वैश्विक आर्थिक मंदी का कोई खतरा नहीं दिख रहा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने पहले ही दिन वैश्विक आर्थिक वृद्धि के अपने अनुमानों को घटा दिया है और नीति नियंताओं द्वारा समावेशी, तेज तथा सहयोगात्मक तरीके से वृद्धि की राह की अड़चनों को दूर करने के कदम उठाने की जरूरत पर बल दिया। हालांकि आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टील लगार्ड ने कहा कि अभी भी तत्काल किसी मंदी का जोखिम नहीं है।
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आईएमएफ ने सोमवार को 2019 एवं 2020 के लिये वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाकर क्रमश: 3.5 प्रतिशत और 3.6 प्रतिशत कर दिया। भारत के प्रतिनिधियों का मानना है कि अब समय आ गया है भारत खुद को चीन के विकल्प के तौर पर पेश करे और देश में आर्थिक सुधारों को जारी रखा जाए तथा उस पर अगले कुछ महीने बाद होने वाले आम चुनाव परिणाम का असर न हो। विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में इस बार कई भारतीय नेता भाग नहीं ले पा रहे हैं। भारत से प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं उनसे दूसरे देशों के लोग चुनाव के संबंध में पूछ रहे हैं उनकी जिज्ञासा है कि नरेंद्र मोदी सरकार क्या पुन: सत्ता में आएगी।
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— IMF (@IMFNews) January 21, 2019
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