जनता पर पड़ रही महंगाई की मार, टमाटर के बाद अरहर की दाल ने बिगाड़ा घर का बजट
दाल की कीमत भी बढ़ी है जिसमें अरहर की दाल है। पिछले तीन महीनों में अरहर की दाल की कीमत 20 प्रतिशत तक बढ़ गई है। इसका प्रमुख कारण है कि इस बार अरहर की दाल की पैदावार काफी कम हुई है।
जनता पर पड़ रही महंगाई की मार, टमाटर के बाद अरहर की दाल ने बिगाड़ा घर का बजट
इन दिनों खाने पीने से संबंधित हर चीज के दाम आसमान छूते जा रहे है। सब्जियों से लेकर मसाले तक की कीमतों में जबरदस्त इजाफा हो रहा है। लगातार बढ़ रही कीमतों के कारण महंगाई भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रही है। तीन महीनों में ही अरहर की दाल की कीमत 20 से 30 प्रतिशत तक महंगी हो गई है।
अरहर की दाल के अलावा अन्य दालों की कीमतों पर अधिक असर नहीं पड़ा है। अरहर के अलावा उड़द, चने और मूंग की दाल की कीमत स्थिर बनी हुई है। इस संबंध में व्यापारियों का अनुमान है कि अगस्त के अंत या सितंबर के महीने में अरहर की दाल की कीमत कम होने की संभावना है।
मसालों की कीमतें भी बढ़ी
दिल्ली में गुजरात और राजस्थान से जीरे की सप्लाई की जाती है। बीते दो महीनों से बारिश के कारण जीरे की फसल काफी बर्बाद हुई है। इस कारण आमतौर पर 200-300 रुपये किलो की कीमत पर बिकने वाला जीरा अब लगभग 700 रुपये किलो में बिक रहा है। वहीं रिटेल में इसकी कीमत 800-900 रुपये तक पहुंच रही है।
हल्दी और अन्य मसाले महंगे
मसालों में सिर्फ जीरा के दाम ही नहीं बढ़े है। इसके अलावा हल्दी के दाम भी बढ़े है। खाने को रंग और स्वाद देने वाली हल्दी अब 140 से 150 रुपये किलो हो गई है जबकि दो महीने पहले तक इसकी कीमत 70 से 80 रुपये प्रति किलो थी। वहीं खाने में खुशबू और स्वाद बढ़ाने वाली बड़ी इलायची की कीमत अब 1050 रुपये किलो पर पहुंच गई है। इससे पहले तक ये 650 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बाजार में बिक रही थी। लाल मिर्च के दाम भी लगभग 40 रुपये तक बढ़े है।
बढ़ी अरहर की दाल की कीमत
दाल की कीमत भी बढ़ी है जिसमें अरहर की दाल है। पिछले तीन महीनों में अरहर की दाल की कीमत 20 प्रतिशत तक बढ़ गई है। इसका प्रमुख कारण है कि इस बार अरहर की दाल की पैदावार काफी कम हुई है। वैसे अफ्रीकी देशों से इसकी सप्लाई अगले महीने तक होने लगेगी, जिसके बाद संभावना है कि अरहर की दाल की कीमत में गिरावट देखने को मिले।
टमाटर के दाम में आई गिरावट
टमाटर की कीमतों में भी अचनाक से गिरावट आई है हालांकि ये गिरावट अधिक कम नहीं है। थोक मंडी में टमाटर की कीमत 200 रुपये थी वो अब 120 के आस पास पहुंच गई है। टमाटर की कीमत गिरने से कई व्यापारियों को नुकसान हुआ है हालांकि आम जनता को थोड़ी सी राहत पहुंची है।
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