वैश्विक रुझानों, व्यापक आंकड़ों, ब्याज दर पर आरबीआई के फैसले से तय होगी शेयर बाजारों की चाल
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीना ने कहा, बाजार सोमवार को 5.4 प्रतिशत की निराशाजनक जीडीपी वृद्धि पर प्रतिक्रिया दे सकते हैं। आगामी आरबीआई नीति महत्वपूर्ण होगी, जिसमें ब्याज दर निर्णय और टिप्पणी, दोनों पर ही निवेशकों की नजर होगी। भू-राजनीतिक तनाव, विशेष रूप से रूस-यूक्रेन की स्थिति को लेकर चिंता बनी हुई है।
नयी दिल्ली । वैश्विक रुझानों, व्यापक आर्थिक आंकड़ों और ब्याज दर पर आरबीआई के फैसले से इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय होगी। विश्लेषकों ने कहा कि इस सप्ताह निवेशक ऑटो बिक्री के मासिक आंकड़ों पर भी नजर रखेंगे। स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीना ने कहा, बाजार सोमवार को 5.4 प्रतिशत की निराशाजनक जीडीपी वृद्धि पर प्रतिक्रिया दे सकते हैं। आगामी आरबीआई नीति महत्वपूर्ण होगी, जिसमें ब्याज दर निर्णय और टिप्पणी, दोनों पर ही निवेशकों की नजर होगी। उन्होंने आगे कहा कि वैश्विक मोर्चे पर, भू-राजनीतिक तनाव, विशेष रूप से रूस-यूक्रेन की स्थिति को लेकर चिंता बनी हुई है।
मीना ने आगे कहा कि भारत, अमेरिका और चीन से विनिर्माण पीएमआई जैसे महत्वपूर्ण व्यापक आर्थिक आंकड़े भी बाजार को प्रभावित करेंगे। विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन के साथ ही कमजोर खपत के कारण चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की आर्थिक वृद्धि दर दो साल के निचले स्तर 5.4 प्रतिशत पर पहुंच गई। देश हालांकि अभी भी सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। पिछले सप्ताह भारतीय शेयर बाजारों ने काफी उतार-चढ़ाव देखा, हालांकि सप्ताह के अंत में बाजार बढ़त के साथ बंद हुए।
मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड की निदेशक पलका अरोड़ा चोपड़ा ने कहा, बाजार का नजरिया भारत के विनिर्माण पीएमआई, सेवा पीएमआई, ब्याज दर पर फैसले, अमेरिकी एसएंडपी वैश्विक समग्र पीएमआई, विनिर्माण पीएमआई, सेवा पीएमआई, गैर-कृषि रोगजार के आंकड़ों जैसे प्रमुख घरेलू और वैश्विक आर्थिक कारकों से प्रभावित होगा। पिछले सप्ताह, बीएसई का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 685.68 अंक या 0.86 प्रतिशत उछला। दूसरी ओर एनएसई निफ्टी 223.85 अंक या 0.93 प्रतिशत चढ़ा। विश्लेषकों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों और अमेरिकी डॉलर के रुख से भी बाजार प्रभावित होगा।
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