होने वाली है आरकॉम की नीलामी, खरीदने के लिए लगी कपंनियों की होड़
इस बारे में रिलायंस जियो को भेजे गये ई-मेल का कोई जवाब नहीं आया। कंपनी के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया के तहत उसकी अचल सम्पत्तियों के अलावा दूरसंचार संपत्ति में 122 मेगाहट्र्ज का स्पेक्ट्रम को भी नीलाम किया जा रहा है।
नयी दिल्ली। भारती एयरटेल, भारती इंफ्राटेल और निजी इक्विटी कंपनी वार्दे पार्टनर्स ने कर्ज में डूबी रिलायंस कम्युनिकेशन की संपत्तियों के लिये अपनी अपनी बोलियां जमा की हैं। एयरटेल ने कुछ शर्तें भी जोड़ रखी हैं। रिलायंस जियो ने इस मामले में सौदे के लिए समयसीमा 10 दिन बढ़ाने की मांग की है। भारती एयरटेल के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी ने आर कॉम के स्पेक्ट्रम को खरीदने के लिये सशर्त बोली लगायी है। भारतीय इंफ्राटेल की बोली मोबाइल टावर के लिये है। मामले से जुड़े बैंक सूत्रों ने कहा कि अनिल अंबानी की अगुवाई वाली आर कॉम की संपत्ति के लिये कुल छह बोलियां आयी हैं।
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सूत्र ने कहा कि रिलायंस कम्युनिकेशन की संपत्ति के लिये छह बोलियां आयी हैं। इसमें भारती एयरटेल, भारती इंफ्राटेल, निजी इक्विटी कंपनी वार्डे पार्टनर्स शामिल हैं। आर कॉम के कर्जदाताओं की समिति की 13 नवंबर 2019 को बैठक होने वाली है जिसमें बोलियां खोले जाने के बारे में निर्णय किया जाएगा।
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इस बारे में रिलायंस जियो को भेजे गये ई-मेल का कोई जवाब नहीं आया। कंपनी के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया के तहत उसकी अचल सम्पत्तियों के अलावा दूरसंचार संपत्ति में 122 मेगाहट्र्ज का स्पेक्ट्रम को भी नीलाम किया जा रहा है। ऋण समाधान प्रक्रिया शोधन प्रक्रिया शुरू किए जाने सेस्पेक्ट्रम का मूल्य करीब 14,000 करोड़ रुपये आंका था। इसी तरह दूरसंचार टावर सम्पत्ति 7,000 करोड़ रुपये , आप्टिकल फाइबर सम्पत्ति3,000 करोड़ रुपयेतथा डेटा सेंटर सम्पत्ति का मूल्य 4,000 करोड़ रुपये आंका गया था। सूत्रों के अनुसार आर कॉम के ऊपर करीब 33,000 करोड़ रुपये का कर्ज है। कर्जदाताओं ने अगस्त महीने में कंपनी पर 49,000 करोड़ रुपये का दावा किया।
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