By अभिनय आकाश | Dec 28, 2024
"मैं अवैध प्रवासियों के मामले को देश पर हमला मानता हूं। अगर कोई हमारे देश पर हमला करता है तो मिलिट्री को रोका नहीं जा सकता है। अवैध प्रवासियों को बाहर करने के लिए जो कुछ भी मुमकिन होगा वो किया जाएगा।"
एक बार फिर अमेरिका में ट्रंप सरकार। देश और दुनिया में कई इतिहास बनते हैं, एक इतिहास औऱ बना है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप होने जा रहे हैं। ये उनका दूसरा कार्यकाल होगा। भारतीय मूल की कमला हैरिस को पछाड़कर व्हाइट हाउस में ट्रंप ने वापसी की है। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पर्सन ऑफ द ईयर चुने जाने के बाद टाइम मैगजीन को इंटरव्यू दिया। ट्रम्प ने एक बार फिर अवैध प्रवासियों को अमेरिका से बाहर निकालने की बात दोहराई।
ट्रंप के दादा जर्मनी से अमेरिका आए
डोनाल्ड ट्रंप के दादा फ्रेडरिक जर्मनी से ही थे। वो बहुत छोटे थे तो उन्होंने अपने पिता को खो दिया था। बताया जाता है कि जर्मनी में उनका परिवार खेती से जुड़ा हुआ था। फ्रेडरिक बहुत कमजोर और छोटे थे इसलिए उनसे खेती नहीं हो पाती थी। फ्रेडरिक की मां ने उन्हें नाई बनने की ट्रेनिंग दिलाई। ये 1870 के आसपास का दौर है। लेकिन फिर कुछ ऐसा होता है कि फ्रेडरिक को सिर्फ 16 साल की उम्र में अपना देश छोड़कर अमेरिका का रुख करना पड़ता है। दरअसल, हुआ ये था कि जर्मनी में उस वक्त एक कानून हुआ करता था कि हर शख्स को तीन साल आर्मी में देना ही पड़ता था। लेकिन फ्रेडरिक ट्रंप आर्मी ज्वाइन नहीं करना चाहते थे।
किस्मत आजमाने अमेरिका का किया रुख
फ्रेडरिक ने अपने देश को छोड़ा और अमेरिका के वन वे टिकट पर 7 अक्टूबर 1885 में अमेरिका में कदम रखा। येदौर गोल्ड रस का बताया जाता है जब जर्मनी से सैकड़ों लोग काम करने के लिए अमेरिका पहुंच रहे थे। कहा जाता है कि अमेरिका का वो दौड़ था जहां लोग अपनी किस्मत आजमाने जा रहे थे। शायद ये भी एक वजह रही होगी की फ्रेडरिक ने भी इसी वजह से अमेरिका का रुख किया। ट्रंप की पत्नी स्लोवेनिया से हैं। ट्रंप की मां एक स्कॉटिश महिला थीं। जबकि उनके पिता एक जर्मन नागरिक थे। ट्रंप जाहिर है कि अगर पहले से अमेरिका में इमीग्रेंट का आना बंद होता तो फिर डोनाल्ड ट्रंप भी इस मुकाम तक नहीं पहुंचते।