By अंकित सिंह | Oct 14, 2024
उत्तर प्रदेश के बहराइच में हुए हिंसा को लेकर सियासत तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर सवाल खड़े किए है। अखिलेश यादव ने बहराइच में हुए हिंसा को लेकर कहा कि सबसे पहले, मैं अपील करना चाहूंगा कि सभी संबंधित पक्षों को कानून व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में काम करना चाहिए। जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि प्रशासन, सरकार और मीडिया को पता है कि ऐसा क्यों हुआ। सरकार न्याय करे।
अखिलेश यादव ने कहा कि जब जुलूस शुरू हुआ तो प्रशासन को उसके रूट, रूट पर पर्याप्त सुरक्षा, पर्याप्त पुलिस तैनाती का ध्यान रखना चाहिए था। अगर मैं बताऊं कि उन लाउडस्पीकरों पर क्या बज रहा था तो सरकार कुछ और ही कहेगी। लेकिन प्रशासन को कम से कम इस बात पर ध्यान देना चाहिए था कि लाउडस्पीकर पर क्या बजाया जा रहा है, क्या वे किसी का अपमान कर रहे हैं? तो सारी जिम्मेदारी प्रशासन और सरकार की थी। उन्होंने आगे कहा कि प्रशासन की लापरवाही के कारण इतनी बड़ी घटना घटी। बहराइच और अन्य जगहों पर जो कुछ हो रहा है उसके लिए सरकार, प्रशासन और उनकी वोट बैंक की राजनीति जिम्मेदार है।
सपा प्रमुख ने कहा कि वे जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे भाजपा की चाल को समझें, वे नफरत फैलाकर और समाज को बांटकर राजनीतिक लाभ लेना चाहते हैं। बहराइच जिले के एक गांव में रविवार को हुई सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है तथा करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया है। इस हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
बहराइच की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने रविवार रात संवाददाताओं को बताया, महसी तहसील के अंतर्गत महाराजगंज इलाके में तनाव था। जब एक जुलूस मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रहा था तभी दूसरे समुदाय के एक व्यक्ति पर कथित तौर पर हमला किया गया, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के बाद, पुलिस ने करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया है। अशांति प्रभावित सभी क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि इलाके में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है, और हिंसा प्रभावित इलाकों के सीसीटीवी फुटेज देख कर अराजक तत्वों की पहचान की जा रही है, और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।