By अंकित सिंह | Jun 04, 2024
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सामने आए रुझानों के मुताबिक भाजपा अपने दम पर बहुमत हासिल करती हुई नहीं दिखाई दे रही है। हालांकि, भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिला है। एनडीए में इस बार नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की भूमिका काफी अहम रहने वाली है। नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू इस वक्त एनडीए को सरकार बनाने के लिए काफी अहम होंगे। दावा किया जा रहा है कि इंडिया गठबंधन की ओर से भी इनसे संपर्क करने की कोशिश हो रही है। इन सब के बीच जदयू की ओर से नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाने की मांग कर दी गई है। बिहार में अब तक नीतीश कुमार की पार्टी जदयू 16 में से 14 सीटों पर आगे चल रही है। जदयू का परफॉर्मेंस इस बार बढ़िया है।
जेडीयू एमएलसी डॉ खालिद अनवर ने कहा कि नीतीश कुमार से बेहतर पीएम कौन हो सकता है?...नीतीश कुमार एक अनुभवी राजनेता हैं जो समाज और देश को समझते हैं। और वह सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि हम अभी तो एनडीए गठबंधन का हिस्सा हैं, लेकिन पहले और आज भी लोग चाहते थे कि नीतीश कुमार पीएम बनें, आज के नतीजे के बाद लोगों की उम्मीदें बढ़ गई हैं। चूंकि इंडिया ब्लॉक और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सीटों की संख्या के बीच का अंतर उम्मीद से कम था, कांग्रेस ने चतुराई से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं को प्रस्ताव भेजा।
नीतीश कुमार की जेडीयू बिहार में जिन 16 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ी उनमें से 14 पर आगे थी। उम्मीद थी कि चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी भी इसी तरह का प्रदर्शन करेगी। दोनों के पास कुल मिलाकर लगभग 28 लोकसभा सीटें होंगी, जो लौकिक किंगमेकर बनने के लिए पर्याप्त हैं। जब वफादारी बदलने की बात आती है तो नीतीश कुमार का अतीत परेशानी भरा रहा है। कुछ ही महीने पहले, वह इंडिया ब्लॉक से भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल हो गए। विडंबना यह है कि यह कुमार ही थे जिन्होंने आंतरिक विरोधाभासों से भरे असंभावित गठबंधन को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।