By Anoop Prajapati | Nov 15, 2024
महाराष्ट्र में चुनावी रणभूमि सज चुकी है। जिसको लेकर अब सिर्फ 5 दिन ही शेष रह गए हैं। सभी दल 288 मोर्चों पर लड़े जाने वाले इस सियासी युद्ध में जीत दर्ज करने की जद्दोजहद में जुट गए हैं। किस मोर्चे पर कौन सा सेनापति विरोधी दल से लोहा लेगा उसको लेकर भी मंथन पूरा हो चुका है। महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच लड़े जाने वाले इस चुनावी महाभारत के लिए महाराष्ट्र की जनता भी पूरी तरह तैयार है। इस चुनाव को लेकर भाजपा ने पार्टी के वर्तमान विधायक सुनील कांबले को मैदान में उतार दिया है।
राज्य की सियासत में पिछले पांच साल में जो कुछ भी घटित हुआ है उससे इस बात का अंदाजा लगाना बेहद ही मुश्किल है कि इस बार यहां ऊंट किस करवट बैठेगा। यही वजह है कि हम सीट वाइज एनालिसिस करके यह पता लगाने के प्रयास में हैं कि इस बार यहां किसका पलड़ा भारी रहने वाला है। इस कड़ी में आज पुणे छावनी विधानसभा सीट का नंबर है। पुणे छावनी विधानसभा क्षेत्र पुणे जिले में स्थित है। यह पुणे लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। भारतीय जनता पार्टी सुनील कांबले पुणे छावनी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के वर्तमान विधायक हैं।
समझिए पुणे छावनी का इतिहास
इस विधानसभा सीट पर अब तक कुल 13 विधानसभा चुनाव हुए है। जिसमें से सबसे ज्यादा 7 बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की। वहीं 3 बार जनता पार्टी, 2 बार भाजपा और एक बार शिवसेना ने जीत हासिल की। 2009 तक यहां कांग्रेस और जनता पार्टी का दबदबा रहा। 2014 में पहली बार यहां से बीजेपी ने अपना खाता खोला। 2019 में भी उसने यह सीट रिटेन की।
जानिए विधानसभा सीट का जातीय समीकरण
पुणे छावनी विधानसभा सीट 1962 से अस्तित्व में है। यह सीट एससी कैटगरी के प्रत्याशी के लिए आरक्षित है। यहां कुल मतदाताओं की संख्या 2 लाख 91 हजार 454 है। यहां एससी मतदाताओं की संख्या लगभग 55,759 है जो 19.73 फीसदी है। वहीं 20.7 फीसदी के आसपास मुस्लिम मतदाताओं की संख्या है।
क्या होगा 2024 का समीकरण?
महाराष्ट्र की पुणे छावनी विधानसभा सीट से महायुति में शामिल बीजेपी ने मौजूद विधायक सुनील कांबले पर भरोसा जताया है। वहीं विपक्षी गठबंधन ने अब तक यहां से प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। कांग्रेस के वर्चस्व को देखते हुए यहां बीजेपी बनाम कांग्रेस में सीधा मुकाबला देखने को मिल सकता है।