बीजेपी के टिकट पर सात बार विधायक रहे Haribhau Kisanrao Bagde को पार्टी ने राज्यपाल बनाकर दिया सेवा का इनाम

By Anoop Prajapati | Oct 16, 2024

महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी को मजबूत करने में कई नेताओं का अहम योगदान रहा है। जिसमें से हरिभाऊ किसनराव बागड़े का नाम प्रमुख तौर पर लिया जाता है। बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ जुड़ने वाले हरिभाऊ बागडे पहली बार पार्टी के टिकट पर 1985 में विधानसभा पहुंचे थे। इसके बाद वे औरंगाबाद क्षेत्र की फुलंबरी सीट से 5 बार विधायक रहे हैं। विधायक रहते हुए बागडे ने कई सरकारी योजनाओं के माध्यम से क्षेत्र के लोगों को बहुत लाभ पहुंचाया है। उनकी इस सेवा भाव को देखते हुए बीजेपी ने इसका इनाम उन्हें राज्यपाल बनाकर दिया है। 2024 में उन्हें राजस्थान का नया गवर्नर नियुक्त किया गया है।


महाराष्ट्र विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष हरिभाऊ किसनराव बागड़े आरएसएस से बीजेपी में आए हैं। हरिभाउ किसनराव बागडे का जन्म 17 अगस्त 1945 को महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में हुआ था। वह फुलंबरी शहर में एक मराठा परिवार में जन्मे और राजनेता बने। उनकी पढ़ाई औरंगाबद के सरस्वती भवन शाला पिपरिराजा से हुई। वह महज कक्षा 10 तक पढ़े हैं। 


महज 13 साल की उम्र में आरएसएस से जुड़े


हरिभाऊ किसनराव बागड़े महज 13 साल की उम्र में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हो गए थे। हरिभाऊ पहली बार 1985 में औरंगाबाद पूर्वी सीट से महाराष्ट्र विधानसभा के लिए बीजेपी से चुने गए। वह फुलंबरी विधानसभा सीट से पांच बार विधायक बने। फुलंबरी विधानसभा औरंगाबाद जिले में ही आती है। वह लोगों में इतने लोकप्रिय हैं कि उन्हें नाना के नाम से पुकारा जाता है।


घर-घर बेच चुके हैं अखबार


राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ का जन्म बहुत गरीबी में बीता है। उनके पिता एक मामूली किसान थे। परिवार का हाथ बंटाने के लिए उन्होंने कई साल तक औरंगाबाद के फुलंबरी में ही घर-घर अखबार बेचे। उन्हें खेती-किसानी से इतना प्यार है कि उनके घर का नाम ही कृषि योग है।


भाजपा की पहली सरकार में बने विधानसभा अध्यक्ष


हरिभाऊ ने फुलंबरी निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कल्याण काले के खिलाफ 2014 का विधायक चुनाव जीता था। 2019 का विधानसभा चुनाव भी उसी निर्वाचन क्षेत्र से जीते। जब बीजेपी ने 2014 में महाराष्ट्र में अपनी पहली सरकार बनाई तो उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। वह महाराष्ट्र सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं।


1985 में पहली बार विधायक बने थे बागड़े


बागड़े 1985 में पहली बार विधायक चुने गए थे। उन्होंने पांच बार फुलंबरी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। वह 1995 में शिवसेना-भाजपा सरकार के सत्ता में आने पर रोजगार गारंटी योजना मंत्री बने और 2014 में फडणवीस के मुख्यमंत्री पद पर काबिज होने के बाद उन्हें विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया। बागड़े ने बताया कि वह अपने परिवार में औपचारिक रूप से शिक्षा प्राप्त करने वाले पहले सदस्य थे। उनका परिवार सामाजिक कार्यों से जुड़ा था। वह नौकरी करना चाहते थे, लेकिन आरएसएस के उनके मार्गदर्शक ने उन्हें खेती करने के लिए कहा था। खेती बागड़े के लिए जीवन भर का जुनून बन गई।

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