शिकायतकर्ता के बयानों में विरोधाभास, POCSO मामले में दिल्ली कोर्ट ने 10 साल बाद 5 को किया बरी

By अभिनय आकाश | Jul 31, 2023

दिल्ली की एक अदालत ने शिकायतकर्ता के बयानों में विरोधाभास बताते हुए इस महीने की शुरुआत में 10 साल पुराने POCSO मामले में पांच आरोपियों को बरी कर दिया। घटना जनवरी 2013 की है, जब (तत्कालीन) 17 वर्षीय लड़की ने आरोप लगाया कि आरोपी ने उसे 'गलत तरीके से रोका' और उसके पिता और बहन के फोन नंबर मांगे और उसे उसके गंतव्य तक पहुंचने से रोका। आगे आरोप लगाया गया कि उसकी बहन को फोन पर 'आपराधिक रूप से डराया-धमकाया' गया और आरोपी ने उनके पिता को जान से मारने की धमकी भी दी।

इसे भी पढ़ें: दिल्ली हाई कोर्ट ने Jacqueline Fernandez और Nora Fatehi को लिखे पत्रों को लेकर Sukesh Chandrasekhar के खिलाफ जनहित याचिका खारिज की

अभियोजन पक्ष उस अपराध को साबित करने में सक्षम नहीं है जिसके लिए अभियुक्त पर आरोप लगाया गया है। रोहिणी के एएसजे सुशील बाला डागर ने कहा कि (लड़की) और उसके माता-पिता की गवाही में विरोधाभास हैं, इसलिए उनकी गवाही पर्याप्त विश्वास पैदा नहीं करती है... सभी आरोपी बरी होने के हकदार हैं क्योंकि वे अपने खिलाफ लगाए गए अनुमानों का खंडन करने में सक्षम हैं। आरोपियों पर भारतीय दंड की धारा 354 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाना), 341 (किसी व्यक्ति को गलत तरीके से रोकना), 509 (महिला की गरिमा का अपमान करने के इरादे से किया गया कृत्य) और 34 (सामान्य इरादा) के तहत अपराध के लिए आरोप पत्र दायर किया गया था। 

इसे भी पढ़ें: Yes Milord! ASI सर्वे पर रोक, SC ने बढ़ाया ED चीफ का कार्यकाल, जानें इस हफ्ते कोर्ट में क्या कुछ हुआ

17 वर्षीय लड़की जो मामले में मुख्य गवाह भी थी, उसने आरोप लगाया कि 16 जनवरी 2013 को लगभग 8:30 बजे वह अपने घर के पास एक स्टेशनरी की दुकान पर थी, जहां यह घटना हुई थी। उसने आरोप लगाया कि उसके माता-पिता 'गणतंत्र दिवस ड्यूटी' पर थे और घटना वाले दिन रात 11:30 बजे घर लौटे जिसके बाद उन्होंने मामले की सूचना दी। कोर्ट ने कहा कि उनके बयान "विरोधाभास से भरे हुए थे और विश्वास को प्रेरित नहीं करते थे।

प्रमुख खबरें

जिनकी आंखें नहीं, वे भी देख सकेंगे दुनिया, एलन मस्क के कौन से नए डिवाइस को मिली FDA की मंजूरी

भारत के हम बहुत आभारी हैं...50 मिलियन डॉलर की मदद पाकर गदगद हुआ मालदीव, बताने लगा अच्छा दोस्त

Duplicate Vehicle RC: कैसे हासिल करें डुप्लीकेट आरसी, जानें ऑनलाइन और ऑफलाइन बनवाने का तरीका

कठिन हुई कनाडा की राह, ट्रूडो ने कर दी 35% स्टूडेंट वीजा कटौती, जानें भारत पर क्या पड़ेगा प्रभाव