By अंकित सिंह | Feb 29, 2024
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को सिल्कयारा सुरंग बचाव अभियान का हिस्सा रहे एक खनिक के घर को ध्वस्त करने को लेकर भाजपा पर हमला किया और कहा कि गरीबों के घरों को ध्वस्त करना और उन्हें अपमानित करना भाजपा के अन्याय काल की सच्चाई है। पिछले साल नवंबर में उत्तरकाशी की सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को उनकी टीम के साथ बचाने के लिए वकील हसन सहित कई घरों को सम्मानित किया गया था। अब दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) द्वारा खजूरी खास में चलाए गए विध्वंस अभियान में ढहा दिया गया था।
प्रियंका गांधी ने कहा कि वकील हसन ने अपनी जान जोखिम में डालकर उत्तरकाशी सुरंग में फंसे मजदूरों की जान बचाई थी। तब अपने प्रचार के लिए भाजपा के बड़े-बड़े नेताओं ने उनके साथ तस्वीरें खिंचवाईं थीं। जब प्रचार खत्म हो गया तो आज उसी वकील हसन को थाने में बंद कर दिया और उनका घर तोड़कर उनके बच्चों के सिर से छत छीन ली। उन्होंने कहा कि गरीबों का घर तोड़ना, उन्हें कुचलना, प्रताड़ित और अपमानित करना - यह अन्याय ही भाजपा के “अन्यायकाल” की सच्चाई है। जनता इस अन्याय का जवाब जरूर देगी।
आप नेता और दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जब सभी की निगाहें उत्तराखंड पर थीं, तब इन चूहे खनिकों ने अपनी जान जोखिम में डालकर सुरंग श्रमिकों की जान बचाई। उस समय भाजपा के तमाम नेता श्रेय लेने के लिए उनके घर गए थे। उन्होंने कहा कि कल, केंद्र सरकार के अधीन काम करने वाले डीडीए ने उन चूहे खनिकों में से एक के घर को ध्वस्त कर दिया। बात इसी एक घर की नहीं है, पिछले डेढ़ साल में लाखों लोगों ने अपना घर खो दिया है... कहां जाएंगे ये लोग? बिना कोई विकल्प दिए लोगों को सड़कों पर छोड़ दिया जाता है।
दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने बुधवार को खजूरी खास इलाके में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया, जिसमें कई घरों को ढहा दिया गया। डीडीए के इस अभियान के बाद बेघर होने वाले लोगों में वकील हसन भी शामिल हैं, जिन्हें पिछले साल नवंबर में अपनी टीम के साथ उत्तरकाशी की सिल्कयारा सुरंग में फंसे हुए 41 श्रमिकों को बचाने के लिए सम्मानित किया गया था। वकील हसन पेशे से रैट होल माइनर (चूहे की तरह सुरंग खोदने वाले) हैं। वकील हसन ने अपना घर ढहाए जाने के बाद कहा, ‘‘हमने सिल्कयारा सुरंग में 41 लोगों को बचाया और बदले में हमें यह मिला। पहले, मैंने अधिकारियों और सरकार से अनुरोध किया था कि यह घर हमें दे दिया जाए लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। आज, बिना किसी पूर्व सूचना के डीडीए की टीम ने आकर इसे ध्वस्त कर दिया। ’’