बरसात निबटाने के लिए अग्रिम बैठक (व्यंग्य)

By संतोष उत्सुक | Jun 19, 2024

आवश्यक बैठकें कई बार आयोजित न होने के कारण सार्वजनिक परेशानियां खत्म नहीं होती। गर्मियों में जंगलों में लगने वाली आग नहीं बुझती। आग बुझाने के लिए तो छोड़ो, पीने के लिए भी पानी नहीं मिल पाता। बरसात आती है तो जल संचयन की योजनाएं सुचारू रूप से बह जाती हैं। सर्दियों में, बरस दर बरस कम गिरने वाली बर्फ से भी रास्ते ज़ख़्मी रहते हैं। कभी कभी तो मिटटी या नमक के टेंडर भी नहीं हो पाते।


वैसे तो यह सब प्राकृतिक आपदाएं है फिर भी ज़िम्मेदार अधिकारियों ने निर्णय लिया कि इस वर्ष बरसात संभालने के लिए बैठक, अग्रिम कर ली जाए। एक छोटी बैठक कर कुछ दिन बाद बड़ी सी बैठक करने का सामयिक और प्रशंसनीय फैसला लिया गया। विशाल बैठक आयोजित होना तय हुआ जिसमें सम्बंधित व्यक्ति नोट करेंगे कि क्या क्या करना है। कुछ समझदार ज़बानी नोट कर लेंगे। कभी कुछ न करने वाले, न कुछ नोट करेंगे न ही समझेंगे।

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जिला प्रशासन कार्यालय ने सबसे ज़रूरी कार्य यह किया कि कई साल से प्रयोग हो रहा प्रेस नोट नष्ट कर दिया। जिसमें कट पेस्ट के चक्कर में बार बार भद्द पिटती थी। इस बार नया ड्राफ्ट बनाने की ज़िम्मेदारी एक युवा कर्मचारी को दी गई। उसने बिना किसी को बताए, पुराने प्रेस नोट का छौंक लगाकर नया प्रेस नोट पका दिया। सफल बैठक आयोजित होने के बाद जारी किया जाने वाला प्रेस नोट कुछ यूं रहा। 


पिछले बरस क्षेत्र में हुई अप्रत्याशित बरसात में हुए भारी नुकसान के मद्देनज़र, इस साल बरसात से बढ़िया ढंग से निपटने की तैयारियां जोर शोर से शुरू कर दी गई हैं। इस संबंध में जिला प्रशासन कार्यालय में बैठक आयोजित की गई जिसमें लोक निर्माण, जल शक्ति, वन विभाग, सार्वजनिक परिवहन, स्वास्थ्य विभाग, विद्युत अनुभाग, राजस्व व लोक सम्पर्क विभाग के अधिकारियों ने शिरकत की।  


बैठक के अध्यक्ष ने अधिकारियों से कहा कि आपदा के दौरान त्वरित कारवाई के लिए सभी विभाग ताज़ा समन्वय के साथ कार्य करें। इसके लिए सभी अधिकारियों के मोबाइल नम्बरों की ताज़ा सूची बनाई जाएगी और सभी अधिकारियों से साझा की जाएगी। उन्होंने ख़ास जगहों के नाम लेकर, वहां महीनों से लगे मिट्टी के बड़े ढेर, सिर्फ दस दिन के भीतर हटाने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने आगे कहा कि किसी सड़क को चौड़ा किया जाना है तो बरसात से पहले कर लिया जाए। 


वन विभाग को समझाया गया कि बरसात के दौरान सडकों पर गिरकर, यातायात बाधित करने वाले वृक्षों को अविलम्ब हटाने के लिए निश्चित स्थानों पर मशीनें तैयार रखें। जल शक्ति विभाग को यह निर्देश पिलाए गए कि बरसात में भी पीने का पानी नहीं मिलता इसलिए पेयजल पूर्ति निर्बाध रखने के लिए वैकल्पिक योजना तैयार रखें।  


यह भी प्राकृतिक आपदा रही कि जिला सदन में नियमित दिन और समय पर बैठक होने से दो दिन पहले, चुने गए नए नेता का फरमान आया कि वह क्षेत्र में अपने वोटर्स का धन्यवाद करने आ रहे हैं। अब प्रशासन ने नेताजी को संभालना था। बताया गया, नेताजी अपनी विजय सभा में, छ साल बाद समय पर आने वाली मानसून बारे भी शुभ घोषणा करेंगे। ज़रूरी बैठक का क्या है बाद में ज़रुर कर लेंगे।


- संतोष उत्सुक

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