PMS Hacks: पीरियड्स के दौरान होने वाली तकलीफ से बचने के लिए फॉलो करें ये आसान हैक्स
पीरियड्स के दौरान महिलाओं की बॉडी में प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजेन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। इस वजह से महिलाओं में पीएमएस के लक्षण महसूस होते हैं। आज के इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी टिप्स देने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप पीएमएस की समस्या से बच सकते हैं।
पीरियड्स का समय हर महिला के लिए किसी चैलेंज से कम नहीं होता है। पीरियड्स पेन, नैपकिन चेंज करने की टेंशन और मूड स्विंग्स यह सब सोचकर भी जी घबराने लगता है। ज्यादातर महिलाओं को पीरियड्स शुरू होने से पहले ही कुछ लक्षण महसूस होते हैं। पीरियड्स के दौरान होने वाले पेट दर्द, पैरों में दर्द, मूड स्विंग्स, ब्रेस्ट में सूजन और दर्द आदि को प्रीमेंसट्रूअल सिंड्रोम (पीएमएस) कहा जाता है। वैसे तो ये लक्षण आमतौर पर हर महिला को महसूस होते हैं, लेकिन कुछ महिलाओं को पीएमएस के कारण काफी परेशानी होती है। दरअसल, पीरियड्स के दौरान महिलाओं की बॉडी में प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजेन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। इस वजह से महिलाओं में पीएमएस के लक्षण महसूस होते हैं। आज के इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी टिप्स देने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप पीएमएस की समस्या से बच सकते हैं -
इसे भी पढ़ें: महिलाओं में अधिक वजन के पीछे होती हैं यह पांच मुख्य वजहें, जानिए परफेक्ट फिगर पाने के उपाय
पीएमएस के दौरान आपको अपने खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। पीएमएस से बचने के लिए सुबह खाली पेट पांच भीगी किशमिश और चार भीगे बादाम खाएं। इससे आपको पीरियड्स के दौरान होने वाली समस्याओं से राहत मिलेगी।
डॉक्टर्स पीरियड्स साइकिल में अलग-अलग समय पर अलग-अलग बीज खाने की सलाह देते हैं। जैसे पीरियड खत्म होने के बाद पहले 2 हफ्ते में रोजाना एक चम्मच अलसी के बीज और एक चम्मच कद्दू के बीज खा सकती हैं। इसके बाद के हफ्तों में आप एक चम्मच सरसों के बीज और एक चम्मच तिल का सेवन कर सकती हैं।
डॉक्टर्स के मुताबिक पीएमएस के लक्षणों को कम करने के लिए आप अपनी डाइट में फल और हेल्दी फैट शामिल करें। आप हेल्दी फैट्स जैसे ऑलिव ऑयल नट्स सीड्स और गाय का घी हार्मोन को बैलेंस करने में मदद करते हैं।
पीएमएस इसके लक्षणों को कम करने के लिए रोजाना व्यायाम करें। डॉक्टर्स के मुताबिक रोजाना 30 मिनट ब्रीथिंग एक्सरसाइज और मेडिटेशन करने से स्ट्रेस हार्मोन कम होता है।
इसे भी पढ़ें: मुंह की बदबू के कारण झेलनी पड़ रही शर्मिंदगी? इन घरेलू माउथवॉश का करें इस्तेमाल
डॉक्टर्स के मुताबिक फिजिकल एक्टिविटी को कम न करें। पीरियड्स के दौरान भी थोड़ी वॉक जरूर करें। इसके अलावा आपको सही लग रहा हो तो जॉगिंग या रनिंग आदि भी कर सकती हैं।
पीएमएस को कम करने के लिए रोजाना सुबह खाली पेट धनिया का पानी पिएं। धनिया का पानी पीने से आंतों को लाभ होता है और हार्मोनल इंबैलेंस को ठीक करने में मदद मिलती है।
सेहतमंद रहने के लिए पर्याप्त नींद बेहद जरूरी है। डॉक्टर्स के मुताबिक हार्मोनल इंबैलेंस को ठीक करने के लिए भरपूर नींद लें। इससे आपके शरीर को एनर्जी मिलेगी और आप अच्छा महसूस करेंगी।
- प्रिया मिश्रा
अन्य न्यूज़