26 सितम्बर को क्यों मनाया जाता है 'World Contraception Day'? जानें इसके कुछ फैक्ट्स
26 सितम्बर को 'World Contraception Day' यानि कि विश्व गर्भनिरोध दिवस' मनाया जाता है। यह दिन वर्ष 2007 से लगातार हर साल मनाया जा रहा है। भारत और अन्य देशों में भी लोगों को गर्भनिरोधक सम्बन्धी जानकारी दी जाती है ताकि लोग इसके प्रति जागरूक हो सके। यह दिन लोगों और मुख्यतः युवाओं को जागरूक करने के लिए है।
गर्भनिरोधक साधनों का प्रयोग करके असुरक्षित संबंधों और अनचाहे गर्भ से बचा जा सकता है। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार हर साल बहुत सी महिलाएं अनचाहे गर्भ से छुटकारा पाना चाहती है क्योंकि यह उनकी सेहत के लिए भी काफी हानिकारक साबित हो सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए और लोगों को जागरूक करने के लिए 26 सितम्बर के दिन हर साल विश्वभर में 'World Contraception Day' यानि कि विश्व गर्भनिरोध दिवस' मनाया जाता है। यह दिन वर्ष 2007 से लगातार हर साल मनाया जा रहा है। भारत के अलावा कई और देशों में भी लोगों को गर्भनिरोधक सम्बन्धी जानकारी दी जाती है ताकि लोग इसके प्रति जागरूक हो सके।
जानें विश्व गर्भनिरोध दिवस मनाने का कारण क्या है ?
1. भारत में केवल 94% महिलाओं को ही गर्भनिरोध उपायों के बारे में जानकारी है लेकिन कुछ महिलाएं ही इनका उपयोग कर पाती है।
2. आंकड़ों के अनुसार गर्भनिरोधक गोलियां खाने के बाद भी हर साल बहुत-सी महिलाएं गर्भवती हो जाती है। जिससे कि उनके और उनके बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
3. नाईज़ीरिया जैसे देश में हर साल लगभग 4 करोड़ के आसपास गर्भपात होते है।
इसे भी पढ़ें: विश्व सफाई दिवसः स्वच्छता से ही स्वस्थ एवं सशक्त भारत संभव
इस दिन को मनाने का उदेश्य क्या है ?
इस दिन को मनाने का सबसे बड़ा उदेश्य है लोगों की एक बड़ी आबादी को गर्भनिरोधक और यौन सम्बन्धी जानकारियां देकर उन्हें जागरूक करना। जनता को उचित समय अंतराल पर कार्यक्रम के जरिये उन्हें जानकारी देना। आजकल की युवा पीढ़ी को गर्भनिरोधक से संबंधित उपायों के बारे में बताना और साथ ही उन्हें इस पर अमल करने के लिए प्रोत्साहित करना।
- रौनक
अन्य न्यूज़