World Alzheimer Day 2024: हर साल 21 सितंबर को मनाया जाता है वर्ल्ड अल्जाइमर डे, बचाव के लिए करें उपाय

World Alzheimer Day
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हर साल 21 सितंबर को वर्ल्ड अल्जाइमर डे मनाया जाता है। यह एक न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी है। जोकि मस्तिष्क में तंत्रिका कोशिकाओं के प्रभावित होने की वजह से होती है। हालांकि 60 साल से अधिक उम्र वाले लोगों में इस बीमारी का खतरा अधिक होता है।

पिछले एक-दो दशक में वैश्विक स्तर पर कई प्रकार की क्रोनिक बीमारियों के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं। हर उम्र के लोग इसका शिकार हो रहे हैं। हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो बच्चों-युवाओं में बढ़ती न्यूरोलॉजिकल बीमारियां चिंता का कारण हैं। इन बीमारियों से न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर होता है। ऐसी ही एक समस्या अल्जाइमर है।

यह एक न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी है। जोकि मस्तिष्क में तंत्रिका कोशिकाओं के प्रभावित होने की वजह से होती है। हालांकि 60 साल से अधिक उम्र वाले लोगों में इस बीमारी का खतरा अधिक होता है। इसलिए हर साल 21 सितंबर को वर्ल्ड अल्जाइमर डे मनाया जाता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि इस स्वास्थ्य समस्या से कैसे बचा जा सकता है।

अल्जाइमर रोग-डिमेंशिया का खतरा

हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक अल्जाइमर रोग, मनोभ्रंश (डिमेंशिया) का सबसे आम रूप होता है। हालांकि यह बीमारी क्यों होती है, इस बारे में अभी तक कुछ ज्यादा नहीं पता चल पाया है, लेकिन इस बीमारी के पीछे कुछ जीन को जिम्मेदार माना जाता है। वहीं लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी होने से भी इस रोग का खतरा ज्यादा बढ़ सकता है।

इस अल्जाइमर रोग और डिमेंशिया के खतरे को काफी हद तक कम करने के लिए कुछ उपायों को कारगर माना गया है। ऐसे में इस बीमारी से बचने के लिए सभी लोगों को इन उपायों का पालन करना चाहिए।

ऑलिव ऑयल का सेवन

प्राप्त जानकारी के अनुसार, ऑलिव ऑयल के सेवन को बहुत लाभकारी माना जाता है। ऐसे में रोजाना करीब 1 चम्मच जैतून के तेल का सेवन डिमेंशिया के कारण होने वाली मृत्यु के जोखिम को 30% तक कम कर सकती है। ऑलिव ऑयल का सेवन न सिर्फ अल्जाइमर से बचाव में लाभकारी होता है, बल्कि यह इन बीमारियों से होने वाली मौत के खतरे को भी कम कर सकता है।

रोजाना करें व्यायाम

हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो रोजाना व्यायाम की आदत बनाकर आप इस रोज से बचे रह सकते हैं। अल्जाइमर के विकास को रोकने के लिए या फिर इसके शिकार लोगों में लक्षणों की प्रगति को शारीरिक व्यायाम धीमा करता है। 

बता दें कि अगर आप रोजाना 30 मिनट तक मध्यम तीव्रता वाले एरोबिक व्यायाम की आदत आपको अल्जाइमर जैसे रोग से बचाने में मददगार हो सकती है।

अच्छी नींद लेना जरूरी

हेल्दी डाइट लेने और रोजाना व्यायाम करने के साथ अल्जाइमर-डिमेंशिया से बचाव के लिए अच्छी नींद लेना भी जरूरी है। बता दें कि रोजाना अच्छी नींद लेना अल्जाइमर को रोकने में मदद कर सकती है। ऐसे में रोजाना 7-8 घंटे सोने का लक्ष्य रखें।

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