Ayodhya Airport होने वाला है जल्दी तैयार, Ram Mandir में प्राण प्रतिष्ठा से पहले PM Modi करेंगे उद्घाटन, जानें हवाईअड्डे की खासियत
प्रस्तावित चरणों में 50,000 वर्ग मीटर की फर्स्ट क्षेत्र के साथ एक टर्मिनल भवन को जोड़ा जाएगा। इसके बाद रनवे की लंबाई में बढ़ोतरी होगी, जो लगभग 2200 मीटर से 3700 मीटर तक बढ़ाई जाएगी। हवाई अड्डे का उद्देश्य न केवल अपने कार्यात्मक उद्देश्य को पूरा करना है।
मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की शुरुआत जल्द ही होने वाली है। इस हवाई अड्डे के उद्घाटन को लेकर भी खास तैयारियां की जा रही है। जानकारी के मुताबिक अयोध्या मैं मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण का काम अंतिम चरण में पहुंच चुका है। जल्द ही यह एयरपोर्ट पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा। इसके रनवे का टेस्ट भी कुछ समय पहले ही सफलतापूर्वक किया जा चुका है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पुष्टि कर चुके हैं कि हवाई अड्डे का काम जल्द ही समाप्त होने वाला है।
एयरपोर्ट का काम खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे। श्री राम मंदिर निर्माण की तारीख नजदीक आने के साथ ही मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के उद्घाटन की तारीख भी नजदीक आती जा रही है। इस एयरपोर्ट के निर्माण को जल्दी पूरा करने के लिए हर स्तर पर काम किया जा रहा है। इसी सिलसिले में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री वीके सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हवाई अड्डे के निर्माण कार्य का निरीक्षण भी किया।
यह है एयरपोर्ट की खासियत
बता दें कि एयरपोर्ट का निर्माण 242 करोड रुपए की परियोजना के तहत किया जा रहा है जिसमें एक टर्मिनल का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा एयरपोर्ट पर कई सुविधाओं को भी दिया जाएगा। बता दें कि एयरपोर्ट टर्मिनल भवन कुल 6500 वर्ग मीटर में शामिल है, जिसमें पीक घंटों के दौरान तीन सौ यात्रियों को समायोजित करने की क्षमता है। वहीं पूरे वर्ष भर के दौरान इस एयरपोर्ट पर 6 लाख यात्री यात्रा कर सकते हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए इस एयरपोर्ट पर नौ चेक इन काउंटर, तीन का कन्वेयर बेल्ट और पाथ बनाए गए है। इस एयरपोर्ट की खासियत है कि यह बिल्कुल राम मंदिर की तरह ही निर्मित है। इस एयरपोर्ट का निर्माण अयोध्या में बना रहे भव्य राम मंदिर के डिजाइन से प्रेरित है। एयरपोर्ट के अंदर की सजावट में भी श्री राम के जीवन शैली को दर्शाती कला का प्रदर्शन किया गया है।
जानकारी के मुताबिक प्रस्तावित चरणों में 50,000 वर्ग मीटर की फर्स्ट क्षेत्र के साथ एक टर्मिनल भवन को जोड़ा जाएगा। इसके बाद रनवे की लंबाई में बढ़ोतरी होगी, जो लगभग 2200 मीटर से 3700 मीटर तक बढ़ाई जाएगी। हवाई अड्डे का उद्देश्य न केवल अपने कार्यात्मक उद्देश्य को पूरा करना है, बल्कि अयोध्या के सांस्कृतिक प्रतिबिंब के रूप में भी काम करना है। सिंधिया ने हवाई अड्डे के डिजाइन में शहर के ऐतिहासिक महत्व और संस्कृति को शामिल करने के महत्व को व्यक्त किया है। एयरपोर्ट के निर्माण के चरण एक में एयरसाइड सुविधाओं में बढ़ोतरी करना शामिल है, जिसमें मूल रूप से रनवे का चौड़ीकरण और विस्तार शामिल है। इस चरण के पूरा होने पर, हवाईअड्डा एयरबस ए320 प्रकार के चार विमानों को समायोजित करने की क्षमता का दावा करेगा।
सभी प्रमुख शहरों से जुड़ने वाली एयरलाइंस
इस एयरपोर्ट के शुरु होने के बाद यहां से देश के कई इलाकों को जोड़ा जाएगा। अयोध्या एयरपोर्ट के शुरू होने के बाद यहां से दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही यात्रियों की मांग पर अतिरिक्त मार्ग शुरू किए जाएंगे।
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