खूबसूरत पहाड़, झरने और कुदरती नज़ारों के बीच बसा माउंट आबू
माउंट आबू की यह सबसे मशहूर झील है और यहां पहुंचने पर सबसे पहले आपको नक्की झील ही दिखती है। झील का दृश्य बहुत मनोरम है। पहाड़ों की छांव और हरियाली के बीच से बहती झील की खूबसूरती यहां आए पर्यटकों का मनमोह लेती है। यह झील ढाई किलोमीटर लंबी है।
राजस्थान का नाम लेते ही आपके दिमाग में सबसे पहले क्या आता है? जाहिर है चारों तरफ फैला रेगिस्तान, मगर राजस्थान में सिर्फ रेत के समंदर ही नहीं, बल्कि खूबसूरत पहाड़, झरने और कुदरती नज़ारे भी हैं। सिरोही जिले में में अरावली की पहाड़ियों पर बसा छोटा हिल स्टेशन माउंट आबू आपको रेगिस्तान में शीतल हवा के झोंके सा प्रतीत होगा। यहां आने पर आपको यह विश्वास ही नहीं होगा कि यह राजस्थान में है।
खूबसूरत पहाड़, वनस्पति, हरियाली, अभयारणय, झील और शीतल वातावरण माउंट आबू को पर्यटकों के लिए बेहतरीन जगह बनाते है। कुदरती सुंदरता का लुत्फ उठाने के साथ ही यहां आप आध्यात्मिक और मानसिक शांति के लिए ब्रह्मकुमारी के शांति पार्क भी जा सकते हैं। चलिए आपको बताते हैं माउंट आबू में कौन-कौन सी घूमने लायक जगहे हैं।
इसे भी पढ़ें: एशिया की दूसरी सबसे ऊंची दीवार है कुंभलगढ़
नक्की झील- माउंट आबू की यह सबसे मशहूर झील है और यहां पहुंचने पर सबसे पहले आपको नक्की झील ही दिखती है। झील का दृश्य बहुत मनोरम है। पहाड़ों की छांव और हरियाली के बीच से बहती झील की खूबसूरती यहां आए पर्यटकों का मनमोह लेती है। यह झील ढाई किलोमीटर लंबी है।
दिलवाड़ा जैन मंदिर- माउंट आबू हिंदू और जैन धर्म को मानने वालों का पवित्र तीर्थस्थल है। कहते हैं, जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर माउंट आबू आए थे, जिसके बाद से यह जैन अनुयायियों का विशेष स्थान बन गया। यहां का दिलवाड़ा जैन मंदिर जैन वास्तुकला का बेजोड़ नमूना है।
रघुनाथ मंदिर- माउंट आबू आने पर यह खास मंदिर ज़रूर देख। खास इसलिए क्योंकि यह इकलौता मंदिर है जहां श्री राम बिल्कुल अकेले हैं। आमतौर पर हर जगह मंदिर में वह सीता और लक्ष्मण के साथ विराजते हैं, मगर यहां अकेले हैं। कहा जाता है कि इस मंदिर में उनकी मूर्ति 5500 साल पुरानी है और यह स्वयंभू मूर्ति है।
इसे भी पढ़ें: चाय के बगानों के लिए मशहूर है भारत का स्कॉटलैंड कहा जाने वाला कूर्ग
ढलते सूरज का नज़ारा- माउंट आबू आने पर यहां का सनसेट देखना न भूलें। नक्की झील के ऊपर सनसेट प्वाइंट है जो हनिमून कपल्स के बीच बहुत लोकप्रिय है। सूर्यास्त के समय आसपास का नजारा भी बहुत मनोरम हो जाता है। दूर-दूर से लोग इस अद्भुत नज़ारे को देखने आते हैं।
अधर देवी मंदिर- शहर से लगभग 3 किलोमीटर दूर स्थित इस मंदिर को चट्टान काटकर बनाया गया है। मंदिर में जाने के लिए 365 सीढ़ियां चढ़नी होती है। मंदिर के सबसे छोटे निचले दरवाजे से जाने के लिए आपको झुकना पड़ता है। यह मंदिर काफी लोकप्रिय है।
गुरु शिखर- शहर से 15 किलोमीटर दूर राजस्थान के एकमात्र हिल स्टेशन की यह सबसे ऊंची चोटी है। इस चोटी पर चढ़कर शहर का नज़ारा देखने का अनुभव बहुत खास होता है।
इसे भी पढ़ें: रामेश्वरम धाम में अध्यात्म के साथ-साथ पर्यटन के लिए बहुत कुछ
हनीमून पॉइंट- गणेश रोड से 2.5 किलोमीटर दूर उत्तर-पश्चिम में हनीमून पॉइंट है, जिसे अंद्रा पॉइंट भी कहते हैं। यह जगह हरी-भरी घाटियों और मैदानों से घिरी हुई है। शाम के समय नक्की झील के पास से जाने का अनुभव बड़ा सुखद होता है। यहां और भी कई पॉइंट हैं, जहां से आप माउंट आबू की खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं।
टॉड रॉक- नक्की झील से कुछ दूरी पर ही टॉड रॉक चट्टान है। दरअसल, चट्टान की आकृति मेढक की तरह है इसलिए इसे टॉड रॉक कहते हैं।
ब्रह्म कुमारी शांति पार्क- इस शांत और खूबसूरत में आकर आपको मन की शांति मिलेगी। शांति पार्क अरावली पर्वत की 2 मशहूर चोटियों के बीच बना हुआ है। यह पार्क माउंट आबू में ब्रह्म कुमारी मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर है और कुदरती सुंदरता से भरा हुआ है।
- कंचन सिंह
अन्य न्यूज़