कुदरती खूबसूरती से सराबोर पुलवामा को कहा जाता है कश्मीर का ''राइस बाउल''
पुलवामा में कई खूबसूरत झरने हैं। अहरबल झरना यहां की मशहूर जगहों मे से एक है, यहां का प्राकृतिक सौंदर्य आपका दिल जीत लेगा। पीर पंजाल पर्वत श्रृंखलाओं में घने पाइन और देवदार के पेड़ों से घिरी घाटी के बीच 25 मीटर की ऊंचाई पर तेजी से बहता अहरबल झरने को देखने का अनुभव आपके लिए यादगार बन जाएगा।
पुलवामा का नाम लेते ही शायद आपको भी आतंक और दहशतगर्दी की याद आ जाती होगी, लेकिन कश्मीर का यह जिला कुदरत का नायाब तोहफा है। झरने, घाटी और पहाड़ों से घिरा पुलवामा आपकी सारी थकान और तनाव दूर कर देगा। यदि कभी जम्मू कश्मीर जाने का प्लान बनाएं तो पुलवामा की सैर अवश्य करें।
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पुलवामा जिले में खेती अच्छी होती है इसी वजह से इसे कश्मीर का ‘राइस बाउल’ यानी धान का कटोरा कहा जाता है। हरियाला, साफ आसमान, कुदरती झरने और सुंदर घाटियां पुलवामा को परफेक्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाती है। ऐसी जगह जिसकी तलाश हर किसी को होती है छुट्टियां बिताने के लिए। एक बार पुलवामा जाकर तो देखिए यकीनन यहां की सुदंरता आपका मन मोह लेगी। ऐसा लगता है जैसे कुदरत ने बड़ी फुर्सत से बैठकर पुलवामा को संवारा हो।
जब कभी पुलवामा जाएं तो वहां कि इन खास जगहों की सैर करना न भूलें-
अहरबल झरना
पुलवामा में कई खूबसूरत झरने हैं। अहरबल झरना यहां की मशहूर जगहों मे से एक है, यहां का प्राकृतिक सौंदर्य आपका दिल जीत लेगा। पीर पंजाल पर्वत श्रृंखलाओं में घने पाइन और देवदार के पेड़ों से घिरी घाटी के बीच 25 मीटर की ऊंचाई पर तेजी से बहता अहरबल झरने को देखने का अनुभव आपके लिए यादगार बन जाएगा।
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पयेर मंदिर
झरने और कुदरती खूबसूरती के साथ ही पुलवामा में कई मंदिर भी है, जिसमें से एक है पयेर मंदिर। इसके बारे में कहा जाता है कि यह मंदिर 10वीं शताब्दी में बनवाया गया था। इस मंदिर की खासियत यह है कि यह एक ही पत्थर से बना है। इसकी वास्तुकला पर्यटकों आकर्षित करती है। यह मंदिर घने जगंलों के बीच स्थित है।
अवंतीश्वर मंदिर
यह पुलवामा के ऐतिहासिक मंदिरों में से एक है। भगवान विष्णु और भगवान शिव को समर्पित है इस मंदिर को 9वीं शताब्दी ईस्वी में राजा अवंति वर्मा ने बनवाया था। अवंतीश्वर मंदिर झेलम नदी के तट पर स्थित है। इस मंदिर के देखभाल की जिम्मेदारी पुरातत्व सर्वेक्षण के तहत होती है। मंदिर की दीवारों पर प्राचीन लोक कथाओं और देवताओं की बहुत बारीक नक्काशी है। दुनियाभर से लोग इस मंदिर के दर्शन करने आते हैं।
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शिकारगढ़
कभी यह जगह अमीरो के शिकार का शौक पूरा किया करता था। कहा जाता है कि यहां लोग शिकार करने आते थे। यहां वन्यजीवों और वनस्पतियों की ढेरों वेरायटी है। घने जंगल से घिरा यह इलाका रोमांच के शौकीनों को भी बहुत पसंद आएगा। स्थानीय लोग यहां पिकनिक मनाने आते हैं।
पुलवामा का मौसम पूरे साल सुहाना रहता है, तो आप कभी भी यहां जा सकते हैं। जहां तक कनेक्टिविटी की बात है तो पुलवामा जाने के लिए नज़दीकी एयरपोर्ट श्रीनगर और रेलवे स्टेशन जम्मू तवी है। पुलवामा की रोड कनेक्टिविटी काफी अच्छी है।
- कंचन सिंह
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