शराब प्रेमियों के लिए सरकार का तोहफा! गोवा में खुला देश का पहला अल्कोहल म्यूजियम
'ऑल अबाउट अल्कोहल' (All About Alcohol) संग्रहालय की स्थापना उत्तरी गोवा के कैंडोलिम गांव में स्थानीय व्यवसायी नंदन कुडचडकर ने की है। इसमें फेनी से जुड़ी सैकड़ों कलाकृतियां हैं, जिनमें बड़े, पारंपरिक कांच के वत्स शामिल हैं जिनमें सदियों पहले स्थानीय काजू-आधारित शराब जमा की गई थी।
बिना ज्यादा संस्कारी बातों के गोवा घूमने वालों के बारे में बात की जाए तो वहां फन लविंग, मौज-मस्ती करने वाले ज्यादा जाना पसंद करते हैं। गोवा एक फ्री स्टेट है जहां पर ज्यादाकर लोगों की मानसिकता मॉर्डन है। वैसे मॉर्डन का मतलब हर किसी के लिए अलग-अलग रहता है लेकिन गोवा में टूरिस्ट अपने आपको काफी फ्री मेहसूस करता है। शराब प्रेमियों के लिए भी गोवा काफी मशहूर है। गोवा की सबसे फेमस फेनी शराब है। अधिकतर लोग गोवा जाकर एक बार इसे जरूर ट्राय करते हैं। अब सरकार ने शराब प्रेमियों को संग्रहालय के रूप में एक शानदार उपहार दिया है। राज्य ने आधिकारिक तौर पर भारत का पहला शराब संग्रहालय खोला है।
इसे भी पढ़ें: दुर्गा पूजा पर टिकी हैं पश्चिम बंगाल के पर्यटन उद्योग की उम्मीदें, कोरोना के चलते हुआ था प्रभावित
गोवा में खुला भारत का पहला शराब संग्रहालय
'ऑल अबाउट अल्कोहल' (All About Alcohol) संग्रहालय की स्थापना उत्तरी गोवा के कैंडोलिम गांव में स्थानीय व्यवसायी नंदन कुडचडकर ने की है। इसमें फेनी से जुड़ी सैकड़ों कलाकृतियां हैं, जिनमें बड़े, पारंपरिक कांच के वत्स शामिल हैं जिनमें सदियों पहले स्थानीय काजू-आधारित शराब जमा की गई थी। कुडचाडकर, जो प्राचीन वस्तुओं के संग्रहकर्ता हैं, ने कहा कि संग्रहालय के पीछे का विचार दुनिया को गोवा की समृद्ध विरासत के बारे में जागरूक करना था, विशेष रूप से फेनी की कहानी के बारे में दुनिया को बताना।
इसे भी पढ़ें: बौद्ध सर्किट ट्रेन को केंद्रीय मंत्री ने सफदरजंग स्टेशन से दिखायी हरी झंडी
ऑल अबाउट अल्कोहल संग्रहालय
उन्होंने कहा जब मैंने इस तरह की अवधारणा बनाने के बारे में सोचा, तो मेरे दिमाग में पहला विचार आया कि क्या दुनिया में शराब संग्रहालय है। दुनिया में कहीं भी शराब से संबंधित ऐसी कोई जगह नहीं है जिसे लोग देख सकते हैं। यदि आप स्कॉटलैंड जाते हैं, वह वहां पर अपने पय पदार्थों के बारे में काफी विस्तार से बताते हैं और उसे प्रदर्शित करते हुए खुश होते हैं।
एल्कोहल म्यूजियम के सीईओ अरमांडो डुआर्टे ने कहा, हमारे प्रमुख पेय में से एक काजू फेनी अल्कोहल है जिसे यहां प्रदर्शित किया गया है। यह पेय प्राकृतिक रूप से किण्वित (किण्वन एक जैव-रासायनिक क्रिया) होता है। गोवावासियों के लिए, शराब का सेवन आतिथ्य का प्रतीक था। महाराष्ट्र के एक पर्यटक डॉ मल्होत्रा ने एएनआई को बताया, "यहां संरक्षित जानकारी की मात्रा अद्भुत है। मैं इस जगह सेचकित हूं। आगंतुकों के देखने के लिए उन्होंने यहां जितनी जानकारी रखी है, वह आश्चर्यजनक है।"
यहां देखें कैसा है गोवा का एल्कोहल म्यूजियम -
अन्य न्यूज़