डोमेन आप इस्तेमाल तो करते हैं, पर इसके बारे में जानते कितना हैं?
डोमेन नेम तो एक ही रहता है, लेकिन उसके पीछे का आईपी सर्वर से जुड़ा होता है। मतलब जब भी आप ब्राउज़र में अपना डोमेन नेम डालते हैं तो वह डीएनएस (DNS) यानी डोमेन नेम सिस्टम के माध्यम से उन जानकारियों तक पहुंचता है, जहां वह पॉइंट किया गया होता है।
डोमेन नेम्स आज के समय में बेहद पॉपुलर हो चुका है। हर कोई इसका आम बोलचाल की भाषा में प्रयोग करने लगा है। सामान्य तौर पर कहें तो डोमेन, इंटरनेट पर आपकी, या किसी कंपनी का पता होता है और उस पते पर, यानी वेबसाइट पर उस कंपनी द्वारा दी गई जानकारी, सर्विस या प्रोडक्ट डिस्प्ले होती है।
डोमेन नेम के बारे में टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स बताते हैं कि यह यूनिक होता है। मतलब अगर कोई एक व्यक्ति इसको रजिस्टर कर ले, तो वर्ल्डवाइड कोई दूसरा इसे इस्तेमाल नहीं कर सकता, इसीलिए इसे यूआरएल (URL) भी कहा जाता है, यानी यूनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटर!
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हालांकि तकनीकी रूप से यूआरएल और डोमेन थोड़े भिन्न हैं। यूआरएल आईपी ऐड्रेस भी हो सकता है, जबकि डोमेन किसी एक आईपी एड्रेस को पॉइंट करता है। हालांकि सामान्य अर्थों में इसे एक माना जा सकता है।
डोमेन नेम तो एक ही रहता है, लेकिन उसके पीछे का आईपी सर्वर से जुड़ा होता है। मतलब जब भी आप ब्राउज़र में अपना डोमेन नेम डालते हैं तो वह डीएनएस (DNS) यानी डोमेन नेम सिस्टम के माध्यम से उन जानकारियों तक पहुंचता है, जहां वह पॉइंट किया गया होता है।
साधारण भाषा में आप डोमेन नेम को किसी कंपनी का नाम समझ सकते हैं तो सर्वर को उस कंपनी का एक निश्चित एड्रेस समझ सकते हैं।
टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स के अनुसार डोमेन नेम अब कई तरह के एक्सटेंशन के साथ आने लगे हैं। पहले डॉट कॉम (.COM) के अलावा कुछ ही डोमेन एक्सटेंशन पॉपुलर थे, जैसे .ORG, .NET इत्यादि, लेकिन बदलते वक्त के साथ डोमेन एक्सटेंशन की एक लंबी सीरीज आ गई है। अब डॉट एजुकेशन, डॉट मीडिया, डॉट गुरु डॉट कॉम, यहां तक कि आप कोई कस्टमाइज एक्सटेंशन भी ले सकते हैं।
मतलब आप चाहें तो अपने नाम को ही एक्सटेंशन में इस्तेमाल कर सकते हैं।
हालाँकि, इसकी प्रक्रिया काफी जटिल होती है और इसमें ICANN (Internet Corporation for Assigned Names and Numbers) इनवोल्व रहता है। यूं भी समस्त इन्टरनेट के नामों पर इस संस्था द्वारा बनाए गए नियम ही लागू होते हैं।
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मुख्य रूप से डोमेन्स, टॉप लेवल डोमेन और कंट्री लेवल डोमेन्स में बँटा होता है और इससे यूजर को अंदाजा होता है कि एक डोमेन आखिर किस बारे में, किस संबंध में जानकारी देगा।
डोमेन नेम के संबंध में और डिटेल में जानकारी लें तो इसमें CNAME, A Record, TXT Record, MX Record इत्यादि गिनाए जाते हैं जो अलग-अलग सर्विसेज के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। जैसे ए रिकॉर्ड आपकी फाइल की होस्टिंग के लिए जिम्मेदार होता है तो एम एक्स रिकॉर्ड मेल होस्टिंग के लिए जिम्मेदार होता है।
इस्तेमाल करने वाले यूज़र्स का मानना है अपने व्यापार के लिए डोमेन अगर आप भी खरीदना चाहते हैं, तो इंटरनेट पर तमाम कंपनियां आपको अलग-अलग ऑप्शन दे सकती हैं, जहां पर आप कीमतों के बारे में तुलना करके खरीददारी कर सकते हैं। डोमेन जब भी खरीदें, आप उसे अपनी ईमेल आईडी और अपने फोन नंबर से अटैच करें और किसी भी अविश्वसनीय व्यक्ति को वह डिटेल्स देने से बचें!
क्योंकि डोमेन सीक्रेट के माध्यम से आपके डोमेन की डिटेल बदल कर उसकी चोरी भी की जा सकती है और अगर वह डोमेन आपके लिए महत्वपूर्ण है तो यह आपके व्यवसाय के लिए नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है।
- मिथिलेश कुमार सिंह
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