भाला फेंक खिलाड़ी संदीप की नजरें तोक्यो ओलंपिक में सफलता दोहराने पर
स्वर्ण और रजत पदक के साथ ही दोनों भारतीय खिलाड़ियों ने पैरालंपिक कोटा भी हासिल कर लिया। इस विश्व चैम्पियनशिप में एफ 44 और एफ 64 को एक संयुक्त स्पर्धा बनाया गया है।
दुबई। विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में विश्व रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीतने वाले भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी संदीप चौधरी(एफ 64) नजरें इस सफलता को तोक्यो ओलंपिक में दोहराने की है। संदीप ने शुक्रवार को 66.18 मीटर दूर भाला फेंककर एफ 44 वर्ग में 65.80 मीटर के अपने विश्व रिकॉर्ड को बेहतर करते हुए स्वर्ण पदक जीता। वहीं भारत के ही सुमित अंटिल ने 60.45 मीटर के अपने एफ 64 विश्व रिकॉर्ड से अच्छा प्रदर्शन किया और 62.88 मीटर की दूरी से रजत पदक हासिल किया।
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स्वर्ण और रजत पदक के साथ ही दोनों भारतीय खिलाड़ियों ने पैरालंपिक कोटा भी हासिल कर लिया। इस विश्व चैम्पियनशिप में एफ 44 और एफ 64 को एक संयुक्त स्पर्धा बनाया गया है। विश्व रिकॉर्ड हालांकि खिलाड़ियों के क्लासिफिकेशन के आधार पर ही दर्ज होंगे। तेइस साल के संदीप ने कहा कि तोक्यो 2020 में पदक जीतना मेरा मुख्य लक्ष्य है। तोक्यो पैरालंपिक खेलों की योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर संदीप ने कहा कि हम लय को जारी रखने की कोशिश करेंगे।
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इस सत्र में मैंने चार स्पर्धाओं में भाग लिया है और मैंने स्वर्ण के साथ समापन किया है जबकि सुमित ने भी अच्छे परिणाम हासिल किये हैं। उन्होंने कहा कि यह पदक हमारे लिए इस प्रक्रिया को जारी रखने के लिए बड़ी प्रेरणा है। चैम्पियनशिप में प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं अपने प्रदर्शन से संतुष्ठ हूं क्योंकि यह मेरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। मैं यहां अपनी दूरी सुधारने के वादे साथ यहां आया था। यह मेरी श्रेणी में एक नया विश्व रिकॉर्ड भी था इसलिए मैं वास्तव में खुश हूं।
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