वेस्टइंडीज दौरे में नहीं चुने जाने पर शुभमान गिल ने कही ये बात!
भारत ए की तरफ से शानदार प्रदर्शन करने के कारण शुभमान गिल को सीनियर टीम में वापसी की उम्मीद थी लेकिन वेस्टइंडीज दौरे के लिये उनका चयन नहीं हुआ जिससे वह निराश हैं पर इसके बारे में सोचकर समय बर्बाद नहीं करना चाहते हैं। गिल, मनीष पांडे और श्रेयस अय्यर के बारे में माना जा रहा था कि उन्हें सीमित ओवरों की टीम में चुन लिया जाएगा लेकिन तीन अर्धशतकों की मदद से 218 रन बनाने और मैन आफ द सीरीज चुने जाने के बावजूद पंजाब के युवा बल्लेबाज की अनदेखी की गयी।
नयी दिल्ली। भारत ए की तरफ से शानदार प्रदर्शन करने के कारण शुभमान गिल को सीनियर टीम में वापसी की उम्मीद थी लेकिन वेस्टइंडीज दौरे के लिये उनका चयन नहीं हुआ जिससे वह निराश हैं पर इसके बारे में सोचकर समय बर्बाद नहीं करना चाहते हैं। गिल, मनीष पांडे और श्रेयस अय्यर के बारे में माना जा रहा था कि उन्हें सीमित ओवरों की टीम में चुन लिया जाएगा लेकिन तीन अर्धशतकों की मदद से 218 रन बनाने और मैन आफ द सीरीज चुने जाने के बावजूद पंजाब के युवा बल्लेबाज की अनदेखी की गयी।
इसे भी पढ़ें: वेस्टइंडीज दौरे के टीम चयन से हैरान हुए सौरव गांगुली, चयनसमिति पर उठाए सवाल
गिल ने ‘क्रिकेटनेक्स्ट’ वेबसाइट से कहा कि मैं रविवार को भारतीय सीनियर टीम की घोषणा का इंतजार कर रहा था और मुझे किसी एक टीम में चयन की उम्मीद थी। चयन नहीं होना निराशाजनक है लेकिन मैं इसके बारे में सोचकर समय बर्बाद नहीं कर रहा हूं। मैं चयनकर्ताओं को प्रभावित करने के लिये रन बनाना और अपनी काबिलियत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना जारी रखूंगा। पंजाब का यह युवा बल्लेबाज वेस्टइंडीज ए के खिलाफ श्रृंखला में अपने प्रदर्शन से संतुष्ट है। भारत ने यह श्रृंखला 4-1 से जीती।
इसे भी पढ़ें: विश्व कप फाइनल मेरे क्रिकेट करियर का सबसे अच्छा और बुरा दिन: मार्टिन गुप्टिल
विश्व कप से पहले न्यूजीलैंड में दो वनडे खेलने वाले गिल ने कहा कि मेरे और टीम के लिये यह शानदार श्रृंखला रही जो हमने 4-1 से जीती। निजी तौर पर मैं अपने दो अर्धशतकों को शतक में तब्दील करना पसंद करता। लेकिन इस अनुभव से मैं सीख लूंगा। ’’गिल के लिये वेस्टइंडीज दौरे की सबसे बड़ी सीख परिस्थितियों के अनुसार अपने खेल को ढालना रही। उन्होंने कहा कि वेस्टइंडीज दौरे में मैंने सीखा कि मैच की परिस्थितियों के अनुसार अपने नैसर्गिक खेल को कैसे ढालना चाहिए। अच्छी गेंदों को सम्मान देना और अधिक से अधिक समय तक क्रीज पर टिके रहना भी महत्वपूर्ण होता है। जिस बल्लेबाज ने क्रीज पर पांव जमा लिये हों उसे मुश्किल समय में पारी संवारनी चाहिए।
अन्य न्यूज़