हॉकी गढ़ ओड़िशा ओलंपिक सहित अधिक अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं की चाहता है मेजबानी
सचिव विशाल देव ने कहा कि फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप 2020 के अलावा भुवनेश्वर भारत के क्वालीफाई करने की दशा में इस साल अक्टूबर - नवंबर में होने वाले एफआईएच ओलंपिक क्वालीफायर्स की मेजबानी की दौड़ में भी सबसे आगे है।
भुवनेश्वर। अभी हॉकी का गढ़ बन चुका ओड़िशा अब अन्य खेलों की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के आयोजन पर भी ध्यान दे रहा है ताकि वह भविष्य में भारत की ओलंपिक मेजबानी के प्रयासों में मेजबान शहर के रूप में सबसे आगे रहे। ओडिशा खेल एवं पर्यटन सचिव विशाल देव ने कहा कि फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप 2020 के अलावा भुवनेश्वर भारत के क्वालीफाई करने की दशा में इस साल अक्टूबर - नवंबर में होने वाले एफआईएच ओलंपिक क्वालीफायर्स की मेजबानी की दौड़ में भी सबसे आगे है।
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देव ने कहा कि हां हमने इसकी (ओलंपिक क्वालीफायर्स हाकी) मेजबानी की योजना बनायी है। अगर हमारे सामने पेशकश की जाती है तो हम निश्चित तौर पर इसकी मेजबानी करेंगे। उन्होंने कहा कि अगले महीने हम राष्ट्रमंडल टेबल टेनिस चैंपियनशिप और नवंबर में एशियाई रग्बी चैंपियनशिप की मेजबानी करेंगे। हमने फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप की मेजबानी के लिये भी दावा पेश किया है।
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भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने हाल में 2032 ओलंपिक की मेजबानी करने के अपनी महत्वकांक्षी योजना के बारे में बात की थी और देव ने कहा कि भुवनेश्वर इस खेल महाकुंभ की मेजबानी की दौड़ में रहेगा। उन्होंने कहा कि अगर पुष्टि हो जाती है तो तब हमारे पास (ओलंपिक की तैयारियों के लिये) दस साल का समय होगा। माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर भारत में कभी ओलंपिक होते हैं तो ओड़िशा और भुवनेश्वर सबसे महत्वपूर्ण स्थान होना चाहिए। तीन शहर चुने जा सकते हैं और उनमें एक भुवनेश्वर हो सकता है।
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