भारतीय फुटबॉल का रणनीतिक खाका सात जनवरी को पेश किया जाएगा
एआईएफएफ ने अपने सभी सदस्य संघों से ईमानदारी (इंटीग्रिटी) संबंधी मुद्दों पर शून्य-सहिष्णुता नीति बनाए रखने का अनुरोध किया। इस बैठक में राज्य संघों को ‘अपने संबंधित क्षेत्रों में खेले जाने वाले फुटबॉल में पूरी ईमानदारी बनाए रखने के लिए’ उपाय करने की योजना बनाने के लिए कहा गया।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के महासचिव शाजी प्रभाकरन ने राज्य संघों के साथ बैठक में भाग लेने के बाद मंगलवार को बताया कि भारतीय फुटबॉल का बहुप्रतीक्षित रणनीतिक खाका सात जनवरी को पेश किया जाएगा। इस बैठक की अध्यक्षता एआईएफएफ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने की, जिसमें राज्यों के प्रतिनिधि भी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े। एआईएफएफी की वेबसाइट के मुताबिक प्रभाकरण ने कहा, ‘‘ हम रणनीतिक ढांचे पर चर्चा करने के लिए फिर से मिलेंगे। हमने इसे आप सभी के सुझावों को लेकर तैयार किया है। इसे सात जनवरी को पेश किया जायेगा।’’
एआईएफएफ ने अपने सभी सदस्य संघों से ईमानदारी (इंटीग्रिटी) संबंधी मुद्दों पर शून्य-सहिष्णुता नीति बनाए रखने का अनुरोध किया। इस बैठक में राज्य संघों को ‘अपने संबंधित क्षेत्रों में खेले जाने वाले फुटबॉल में पूरी ईमानदारी बनाए रखने के लिए’ उपाय करने की योजना बनाने के लिए कहा गया। चौबे ने कहा, ‘‘ आईएसएल और आई-लीग के बीच टीमें के ‘प्रमोशन’ और ‘रेलीगेशन’ का मुद्दा पिछले कुछ वर्षों में महत्वपूर्ण रहा है।
अतीत में एआईएफएफ और एफएसडीएल के बीच संचार की कमी रही है। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि अब हमने उस मसले को लगभग खत्म कर दिया है। एफएसडीएल की ओर से पूरे मामले के प्रति सकारात्मक रवैया रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ संतोष ट्रॉफी के आयोजन में सुधारों को लेकर अच्छे सुझाव मिले है और इस बात को लेकर काफी रोमांच है कि इसके सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले सऊदी अरब में खेले जायेंगे।
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