महान शतरंज खिलाड़ी आनंद ने कहा, धोनी के हासिल करने के लिए कुछ नहीं बचा
महान शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने कहा है कि संन्यास पर फैसला करना पूरी तरह से महेंद्र सिंह धोनी का विशेषाधिकार है और अपने करियर में सब कुछ हासिल करने के बाद यह पूर्व कप्तान संतुष्ट होकर जाएगा। इसी साल आईसीसी विश्व कप के सेमीफाइनल में भारत की हार के बाद इस अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज के संन्यास को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी लेकिन धोनी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और प्रादेशिक सेना में अपनी रेजीमेंट के साथ काम करने के लिए ब्रेक लिया।
कोलकाता। महान शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने कहा है कि संन्यास पर फैसला करना पूरी तरह से महेंद्र सिंह धोनी का विशेषाधिकार है और अपने करियर में सब कुछ हासिल करने के बाद यह पूर्व कप्तान संतुष्ट होकर जाएगा। इसी साल आईसीसी विश्व कप के सेमीफाइनल में भारत की हार के बाद इस अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज के संन्यास को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी लेकिन धोनी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और प्रादेशिक सेना में अपनी रेजीमेंट के साथ काम करने के लिए ब्रेक लिया।
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धोनी का दो महीने का ब्रेक इसी महीने खत्म होगा। उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 15 सितंबर से शुरू हो रही टी20 श्रृंखला के लिए भी भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया है। आनंद ने चेन्नई से कहा कि उसे (धोनी को) पता है कि उसके लिए सही फैसला क्या है। लेकिन मुझे लगता है कि ऐसा कुछ नहीं बचा है तो उसने हासिल नहीं किया हो। उन्होंने कहा कि उसके बहुत सारे प्रशंसक हैं। उसने वह सब कुछ हासिल किया जो लक्ष्य था। उसने कप्तान के रूप में भारत को दो विश्व कप (2007 में विश्व टी20 और 2011 में एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय विश्व कप) दिलाए। वह शानदार कप्तान रहा। उससे बेहतर कोई फैसला नहीं कर सकता (कि उसे कब संन्यास लेना है)।’’
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पांच बार के विश्व चैंपियन आनंद ने कहा कि बेशक वह यह जानने के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थिति में है कि वह क्या चाहता है। लेकिन अगर वह संन्यास लेता है तो उसके हासिल करने के लिए कुछ नहीं बचा है। वह करियर शानदार रहा।
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